नवाबगंज : उधारी को लेकर दबंग ने लकड़ी कारोबारी को धर्मकांटे में बंधक बना लिया। उसकी खोजबीन करते हुए उसका बहनोई जब वहां पहुंचा तो उसे भी बंधक बना लिया गया। रिश्तेदारों ने बहनोई को मुक्त कराया। पुलिस ने मंगलवार को लकड़ी कारोबारी को छुड़ाया। अख्तियारपुर नवदिया गांव का देव पाल छह माह से ग्राम पंडरी हलवा थाना भोजीपुरा निवासी मनोहरलाल, देवेन्द्र व सेवाराम के साथ साझेदारी में लकड़ी का कारोबार कर रहा है। उसने भोजीपुरा के ग्राम मैमोरी गौटिया निवासी गौरव से अपने सभी पार्टनरों को 40 हजार रुपये व्यापार के लिए उधार दिलाए थे। जिसमें तय हुआ था कि वे चारों पार्टनर 10-10 हजार रुपये इकट्ठा कर गौरव को दे देंगे। बाद में उसके तीन पार्टनर रुपये देने की बात से मुकर गए। जबकि उसने अपने हिस्से के 10 हजार रुपये एक माह पूर्व वापस कर दिए। आरोप है कि 21 सितम्बर वर्ष 2018 को गौरव उसके घर आया और उसे अन्य पार्टनरों से बात करने की बात कह कर अपने साथ ले गया। शाम तक जब वह वापस नहीं आया तो उसकी मां रेवती देवी ने इसकी सूचना दामाद गेंदनलाल को दी। सोमवार को उन्हें पता चला कि गौरव ने उनके बेटे को चमरौआ मुझैना गांव स्थित

अपने धर्मकांटे पर बंधक बना रखा है। उससे रुपये वसूलने के लिए उसके साथ थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। उसके बहनोई गेंदनलाल वहां पहुंचे तो वह वहां रस्सी से बंधा हुआ मिला।