- दो बच्चों को उल्टा लटकाकर मांगी सेफ की चाबी, नहीं देने पर दी मारने की धमकी

- आधा दर्जन से ज्यादा बदमाश ले गए डेढ़ लाख की नकदी व दस तोला सोने के जेवर

Mawana : मोहल्ला कल्याण सिंह स्थित अटोरा रोड बस्ती में सोमवार देर रात बदमाशों ने मासूमों को गन प्वाइंट पर लेकर उल्टा लटका दिया और सेफ की चाबी कब्जे में ले ली। बदमाशों ने नकदी व जेवरात समेत छह लाख रुपये की डकैती डाली। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसियों ने पीडि़त परिवार को बंधन मुक्त किया। वारदात से दहशतजदा एक महिला बेहोश भी हो गई। इसी क्रम में सूचना पर पहुंची पुलिस मौका-मुआयना कर लौट गई।

हाथ बांधा

अटोरा बाईपास के समीप स्थित बस्ती निवासी बाबू हाजी का पुत्र शहजाद गुड़गांव में निजी कंपनी में मार्केटिंग का कार्य करता है और उसका बड़ा भाई गुलफाम परिवार के साथ माता-पिता के साथ रहता है। शहजाद के मुताबिक सोमवार रात लगभग एक बजे वह कार से घर लौटा था। बाहर पहले से मौजूद आधा दर्जन हथियारबंद बदमाशों ने शहजाद को घेर लिया और तमंचे से आतंकित कर उसके हाथ पीछे की तरफ बांधने के बाद उसका मोबाइल फोन भी कब्जे में ले लिया।

गन प्वाइंट पर लिया

इसी क्रम में बदमाश मकान का दरवाजा खुलवाकर अंदर दाखिल हो गए, जबकि दो बदमाश बाहर खड़े होकर निगरानी करते रहे। बदमाशों ने पूरे परिवार को गन प्वाइंट पर लेकर एक कमरे में बंद कर दिया। सेफ की चाबी नहीं देने पर बदमाशों ने छह माह की अलीस व गुलफाम के छह वर्षीय पुत्र को उल्टा लटकाकर जान से मारने की धमकी दी। बदमाशों ने सेफ खोलकर दस तोला सोने के जेवरात व दोनों भाइयों से करीब डेढ़ लाख रुपये लूट लिए। शहजाद के मुताबिक बदमाश नकदी समेत लगभग छह लाख रुपये का माल ले गए।

पड़ोसियों ने किया बंधनमुक्त

बदमाशों के जाने के बाद चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी दौड़े और पीडि़त परिवार को बंधन मुक्त किया। वारदात की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई। काफी विलंब से पहुंची पुलिस पीडि़त परिवार व मोहल्ले के लोगों से पूछताछ कर लौट गई। मंगलवार सुबह थाना प्रभारी ने भी मौका-मुआयना किया।

शहजाद से वारदात के संबंध में थाने बुलाकर पूछताछ की गई है। लूट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना संदिग्ध लग रही है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

- इंस्पेक्टर परशुराम, थाना प्रभारी, मवाना।

दहशत में पीडि़त परिवार

वारदात से पीडि़त परिवार की महिलाएं व“बच्चे दहशत में हैं। दूसरे दिन भी खौफ का साया उनके चेहरे पर था, जिन्हें पड़ोसी महिलाएं ढांढस बंधा रही थीं।

पकड़े जा सकते थे बदमाश

पीडि़त परिवार का आरोप है कि सूचना के एक घंटा बाद पुलिस वारदात स्थल पर पहुंची, तब तक बदमाश क्षेत्र से निकल गए। पुलिस समय पर पहुंचकर बदमाशों का पीछा करती तो वे पकड़े जा सकते थे।

गिरोह में दो नकाबपोश थे शामिल

शहजाद ने पुलिस व मीडिया को बताया कि बदमाशों की संख्या छह थी, जिसमें दो नकाबपोश थे। अन्य बदमाशों के चेहरे खुले हुए थे, जिनकी उम्र फ्0 से फ्भ् वर्ष के बीच थी।

डकैती का साइड आइटम-

मासूमों के कुशल रहने पर महिलाएं कर रही अल्लाह का शुक्रिया

मवाना : डकैती की वारदात के बाद एक तरफ जहां पीडि़त परिवार की महिलाएं परिवार के मासूम बच्चों को कुशल देख अल्लाह का शुक्रिया अदा कर रही थीं, वहीं घर के जेवर व रुपये लुटने के गम में दहाडे़ मार-मार कर भी रो रही थीं। वे उस पल को कोस रही हैं, जब शहजाद गाड़ी से पहुंचा और उसे बदमाशों ने दबोच कर जबरन घर के दरवाजे खुलवाने पर मजबूर कर दिया। उनका मानना है कि कुछ देर पहले या बाद में शहजाद आता तो शायद घटना नहीं घटती। इतना सब कुछ होने के बाद भी इंस्पेक्टर घटना को संदिग्ध मान कर लेनदेन का मामला ठहरा रहे हैं।

क्षेत्र में वारदात दर वारदात हो रही हैं और पुलिस वारदात को फर्जी ठहराने पर तुल जाती है या फिर पीडि़त को थाने से टरका दिया जाता है। सोमवार देर रात हाजी बाबू सैफी के घर में पड़ी लाखों की डकैती के बाद भी इंस्पेक्टर खेल करने से बाज नही आ रहे हैं। कहावत है कि किसी का घर जल गया, मगर किसी को तपिश तक नहीं आई? ऐसा ही खेल इंस्पेक्टर इस वारदात में भी करने के फेर में हैं। देर रात घटना के बाद थाना पुलिस को पीडि़त परिवार ने सूचना दी, मगर किसी के कान पर जूं नही रेंगी। आखिर में डेढ घंटा बाद पीडि़त ने कंट्रोल रूम को सूचना दी इसके बाद भी इंस्पेक्टर खुद नहीं गए और न ही हल्का इंचार्ज पहुंचे। पहुंचे तो केवल एक सिपाही और होमगार्ड। दोनों वारदात की जानकारी कर इधर उधर ताकझांक कर लौट आए। इंस्पेक्टर करीब 9 बजे घटना स्थल पर पहुंचे और देखते ही उन्होंने भविष्यवाणी कर दी कि घटना संदिग्ध है। उन्होंने बताया कि शहजाद को अपने साथी इकराम नगर निवासी को भ्0 हजार रुपये देने थे, उनसे बचने के लिए ही शहजाद ने नाटक रचा है। मामला संदिग्ध है जांच के बाद ही तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि शहजाद का आरोप है कि बस स्टैंड चौकी इंचार्ज ने डकैती की तहरीर फड़वा कर अपने तरीके से जबरन तहरीर लिखवा कर घटना लूट में दर्ज की है।