PATNA : सृजन घोटाला जब सरकार के संज्ञान में था तो सरकार ने इसे रोकने का प्रयास क्यों नहीं किया। इस घोटाले के मुख्य आरोपी नीतीश कुमार ही हैं। यह बातें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेस के दौरान कही। उन्होने कहा कि गैर सरकारी संगठन सृजन के कामकाज को वर्ष ख्00म् के अप्रैल में तत्कालीन डीएम के आदेश से बंद कर दिया गया था। राशि के रिफंड का भी निर्देश था। लालू ने पूछा कि इसके बाद फिर ख्008 में किसके आदेश से सृजन ने काम आरंभ कर दिया। उस समय सरकार में कौन थे?

 

सरकार ने क्यों नहीं की कार्रवाई

राजद सुप्रीमो ने कहाकि यह आश्चर्य का विषय है कि सरकार के संज्ञान में यह मामला रहा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इस घोटाले के बारे में उन्हें कई दस्तावेज मिले हैं। उन्होंने क्0 जुलाई ख्0क्7 - ख्9 जुलाई ख्0क्7 का बैंक ऑफ बड़ौदा की भागलपुर स्थित शाखा का एक बैंक स्टेटमेंट भी जारी किया है। लालू प्रसाद ने कहा कि भागलपुर में राजद की रैली को आत्मघाती नुक्कड़ नाटक बोल नीतीश कुमार हमें धमका रहे हैं। हमें मर्यादा का पाठ इस तरह पढ़ा रहे है कि जैसे नीतीश हमारे हेडमास्टर हैं। नीतीश कुमार को तो घपला की इंजीनिय¨रग में महारत हासिल है। संवाददाता सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद और शिवानंद तिवारी भी प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद थे।