-10 फरवरी को गोलीबारी में दो किशोरों की हो गई थी मौत

- एसएसपी ने ने दिया आश्वासन, मांगा चार दिन का समय

Meerut: खरखौदा थाना क्षेत्र में बीती 10 फरवरी को कुख्यात उस्मान लंगड़ा और उसके साथियों द्वारा की गई गोलाबारी में मारे गए अधिवक्ता के भतीजों के हत्यारोपी अब तक फरार हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मंगलवार को मेरठ और जिला बार एसोसिएशन के बैनर तले दर्जनों अधिवक्तओं ने मृतक किशोरों के चाचा एडवोकेट सरताज गाजी के साथ एसएसपी ऑफिस में प्रदर्शन किया। साथ ही लंगड़ा की गिरफ्तारी न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी। एसएसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार दिन का समय मांगा है।

ये था मामला

हापुड़ रोड स्थित घोसीपुर गांव के रहने वाले उस्मान लंगड़ा और उसके साथियों ने एडवोकेट मेहराज पर हमला किया था। ताबड़तोड़ की गई फायरिंग में जहां अधिवक्ता मेहराज गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वहीं गोली लगने से जुनेद (13) और बिलाल (14) की मौके पर ही मौत हो गई थी। दोनों मृतक किशोर अधिवक्ता सरताज गाजी के भतीजे थे। घटना के बाद गुस्साएं ग्रामीणों ने खुद ही आठ आरोपियों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था, जबकि एक आरोपी ने थाने मे सरेंडर कर दिया था। मुख्य आरोपी उस्मान लंगड़ा सहित छह आरोपी अब तक फरार हैं।

एसएसपी से किए सवाल

मंगलवार को मृतकों के चाचा एडवोकेट सरताज गाजी मेरठ बार एसोसिएशन के सचिव अजय शर्मा और जिला बार एसोसिएशन के सचिव विजय शर्मा और दर्जनों वकीलों के साथ एसएसपी जे रविन्द्र गौड़ से मिले। अधिवक्ताओं ने सवाल किया कि पुलिस ने फरार चल रहे उस्मान लंगड़ा और उसके भाई गुलफाम, इरफान, फुरकान, अशफाक व एक अन्य आरोपी की तलाश में अब तक क्या कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि आठ आरोपियों को खुद पब्लिक ने पकड़ कर पुलिस को सौंपा और एक ने सरेंडर कर दिया तो पुलिस ने अब तक इस मामले में क्या किया।

चुनाव ड्यूटी के चलते नहीं हुई कार्रवाई

एसएसपी ने सफाई दी कि पुलिस चुनाव ड्यूटी में है, जिसके चलते आरोपियों की गिरफ्तारी में विलंब हो रहा है। उन्होंने वकीलों से चार दिन का समय मांगते हुए दावा किया कि फोर्स के लौटकर आने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। वकीलों ने चार दिन का समय देते हुए चेतावनी दी कि यदि इसके बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी न हुई तो वकील आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस दौरान एडवोकेट संजय गुर्जर, कुलदीप चौहान, शकील आदि मौजूद रहे।