-सेना के सख्त रवैया को देखते हुए गवाही के लिए लोग आए सामने, पहले हत्यारोपी के डर से कर रहे थे इनकार

BAREILLY: लांस नायक अनिल कुमार की सदर बाजार में सरेआम गोली मारकर हत्या के मामले में अब 20 लोग गवाही देने को तैयार हो गए हैं। ऐसा सैनिकों की सिक्योरिटी को लेकर सेना के सख्त रवैया के बाद हुआ है। क्योंकि सेना ने वारदात के बाद कई सख्त कदम उठाए हैं। यहां तक खबर आई कि फौजी हत्याकांड में सदर एरिया के लोगों के साथ न देने पर सिक्योरिटी को देखते हुए सेना मकानों को भी ध्वस्त कर सकती है, जिसके बाद धु्रव से डरने वाले लोग उसके खिलाफ हो गए। अब पुलिस इन लोगों को केस में गवाह बनाएगी। ताकि फौजी के हत्यारोपी को सजा मिल सके। वहीं पुलिस लांस नायक के दोस्त की पत्‍‌नी से छेड़छाड़ के आरोपी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की बात कह रही है।

21 मार्च को हुई थी हत्या

बता दें कि 21 मार्च दोपहर को ड्यूटी से बावर्दी घर लौट रहे लांस नायक अनिल कुमार की सदर बाजार में शंकर चौराहा पर धु्रव चौधरी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अनिल की हत्या उनके दोस्त की पत्‍‌नी से छेड़छाड़ के विरोध पर की गई थी। धु्रव का भाई उनके दोस्त की पत्‍‌नी से छेड़छाड़ करता था। जिस वक्त अनिल को गोली मारी गई थी तो वह काफी देर तक सड़क पर पड़े तड़पते रहे थे और किसी ने पुलिस को सूचना नहीं दी थी। यहीं नहीं धु्रव ने मौके पर तमंचा लहराकर पुलिस में गवाही देने पर जान से मारने की धमकी लोगों को दी थी। हॉस्पिटल में समय से न पहुंचने से ही अनिल कुमार की जान चली गई थी।

सिक्योरिटी को लेकर उठाए सख्त कदम

जब इस बारे में सैनिकों को पता चला था तो उनमें साफ गुस्सा नजर आ रहा था। जिसके बाद सेना के अधिकारियों ने सैनिकों की सिक्योरिटी के लिए सख्त कदम उठाए थे। किराए पर रहे फौजियों को सैन्य एरिया में बुलाने के निर्देश जारी हुए थे। सदर मार्केट की शॉप में सैनिकों के द्वारा खरीददारी न करने और सैन्य एरिया में सिविलियंस की एंट्री पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए थे। जिसकी वजह से सदर मार्केट का व्यापार काफी प्रभावित हुआ था। यहां तक बताया जा रहा है कि धीरे-धीरे कई सैनिक सदर मार्केट से कमरे भी खाली करके जाने लगे हैं।

अब हत्यारोपी के खिलाफ एकजुट

इस मामले में शुरुआत में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी और पुलिस ने थाने में सरेंडर करने वाले धु्रव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसके तीन दिन बाद दोस्त की ओर से धु्रव के भाई राजेश के खिलाफ छेड़छाड़ की एफआईआर दर्ज कराई गई थी। यहां तक कि कुछ सैनिक राजेश के घर के आसपास भी चक्कर लगा रहे थे, जिसके चलते राजेश का परिवार ताला लगाकर फरार हो गया था। यहां तक कि हत्याकांड में गवाही न देने पर सिक्योरिटी को लेकर सेना के द्वारा सदर मार्केट के मकानों को ध्वस्तीकरण की बात भी उड़ी तो फिर व्यापारी एक जुट हो गए। सैटरडे को स्थानीय व्यापारियों और पुलिस ने सेना के अधिकारियों से जाकर बातचीत की थी, जिसके बाद 20 से 25 लोग गवाही देने को तैयार हो गए हैं।