RANCHI: राज्य में जमीन अधिग्रहण के मामले में बड़ा खेल चल रहा है। सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए स्थानीय लोगों की जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है, लेकिन, जानकारी के अभाव में ऐसे लोगों को मिलने वाली मुआवजे की भारी-भरकम राशि बिचौलियों व अधिकारियों की मिलीभगत से हड़प ली जा रही है। कई मामलों में खुलासे हो रहे हैं कि जमीन किसी और की है लेकिन उसका मुआवजा किसी और को दे दिया गया है। इस तरह के मामलों से संबंधित शिकायत लोकायुक्त व जिले के डीसी से भी की गई है और जांच में कई अधिकारियों की संलिप्तता के पुख्ता प्रमाण भी मिले हैं।

एयरपोर्ट रोड की जमीन में खेल

एयरपोर्ट रोड की बेशकीमती जमीन मामले में भू अर्जन पदाधिकारी की गलती से फर्जी शख्स ने मुआवजा की राशि हड़प ली। इस मामले में जमीन मालकिन पवन रेखा देवी ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। पीडि़ता का आरोप है कि मौजा हेथू के खाता नंबर 14, प्लॉट संख्या 1300 की 36 डिसमिल जमीन के मुआवजा का भुगतान दीपक कुमार वर्मा के पक्ष में गलत तरीके से कर दिया गया है। मामले में भू अर्जन पदाधिकारी रांची और उनके कार्यालय के कर्मचारियों पर कार्रवाई करने और पक्ष में भुगतान की मांग की गई है।

कर्तव्यहीन भू-अर्जन पदाधिकारी

लोकायुक्त ने शिकायत पर जांच के आदेश दिए और जांच के दौरान तत्कालीन भू अर्जन पदाधिकारी सुरजीत कुमार सिंह पर कर्तव्यहीनता का आरोप सच पाया गया। लोकायुक्त ने आदेश जारी किया है कि भू अर्जन पदाधिकारी की कर्तव्यहीनता के कारण जमीन मालकिन को मिलने वाला 20 लाख 38 हजार 418 रुपए का भुगतान जालसाज दीपक कुमार वर्मा के पक्ष में हो गया। दीपक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है, लेकिन जमीन मालकिन को मुआवजा राशि का भुगतान किया जाए।

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कांटाटोली फ्लाईओवर जमीन अधिग्रहण में भी पेंच

कांटाटोली फ्लाईओवर के लिए जमीन अधिग्रहण में भी काफी पेंच सामने आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि नियमों से परे जाकर मुआवजे की प्रक्रिया की जा रही है। किराए के स्ट्रक्चर, वेकेंट लैंड समेत अन्य जमीन और मकान, दुकान का अलग-अलग रेट निर्धारित है, लेकिन उन्हें जैसे-तैसे भुगतान किया जा रहा है और उचित राशि भी नहीं मिल रही है। इस कारण रैयत मुआवजा लेने को तैयार नहीं हो रहे हैं।

वर्जन

ऐसी कोई शिकायत हो तो सीधे मेरे कार्यालय में आवेदन दें। मामले की जांच होगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रैयतों को बिचौलियों के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए और इसकी शिकायत पुलिस को करनी चाहिए।

आर महिमापत रे, डीसी, रांची