- नैनीताल मार्ग पर बिलवा गांव की अरबों की जमीन पर लगी है निगाहें

- डीएम से किसानों ने की शिकायत, जांच के दिए निर्देश, कार्रवाई तय

BAREILLY: सर्किल रेट जारी होने के बाद जमीन की कीमतें बढ़ गई हैं। ऐसे में सस्ते दामों में जमीन खरीदकर रातों रात मुनाफा कमाने के उद्देश्य से अब बिल्डर कुछ भी कर गुजरने की धमकी देने लगे हैं। ऐसे कई मामले जब डीएम पंकज यादव के पास पहुंचे तो उन्होंने प्रथम दृष्टया मामले को सही मानते हुए जांच जांच के आदेश पुलिस और तहसील के अधिकारियों को दिए हैं। इसके साथ ही बीडीए को ऐसे दबंग, आपराधिक किस्म के लोगों को चिन्हित करने के निर्देश ि1दए हैं।

बीडीए नहीं करता है कार्रवाई

डीएम के पास पहुंच रही शिकायतों के मुताबिक शहर में अवैध मकान, अपार्टमेंट समेत कई कंक्रीट के जाल खड़े होते जा रहे हैं। बीडीए को इसकी पूरी जानकारी है। पर कार्रवाई के नाम पर माह भर में एक या दो कार्रवाईयां करके बीडीए अपनी पीठ थपथपा लेता है। जबकि दिन में बीडीए करता है तो रात के सन्नाटे में फिर से निर्माण शुरू हो जाता है। जिसकी सूचना बीडीए को पीडि़त अथवा स्थानीय निवासी देते हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। नींव भरने के दौरान हुई शिकायतों पर लिंटर पड़ने तक भी कार्रवाई नहीं हो पाती। ऐसे में बीडीए और बिल्डर्स की मिलीभगत का उजागर होने की संभावना है। मामले पर डीएम ने 15 दिन में ऐसे बिल्डर्स की सूची मांगी है।

जमीन दो या जान दो

नैनीताल मार्ग स्थित ग्राम पंचायत बिलवा रोड किनारे अरबों की जमीन पर बिल्डर अपार्टमेंट खड़ा करने की तैयारी कर रहे हैं। पिपरिया घंघोरा गांव के लोगों और किसानों की जमीन बिलवा में है। गांव के सोमपाल, शिशुपाल, सुशीला, रामलाल आर्य, दीन मोहम्मद, सवदर अली, मुहम्मद फारुक व चंद्रपाल का आरोप है कि बिल्डर जसविंदर छाबड़ा व अन्य दबंगई से जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। खेत बेचने से इंकार करने पर जान से मारने की धमकी दी है। इसके अलावा पीलीभीत, इज्जतनगर, बड़ा बाईपास और दिल्ली रोड के किसानों का आरोप है कि पुलिस की मिली भगत से बिल्डर बेखौफ हो गए हैं। अपनी जमीन को कब्जाने से बचाने को वह डीएम के पास पहुंचे।

बिलवा में हमारी जमीन है। जिसकी नापजोख लेखपाल ने की है। अपनी जमीन को आखिर क्यों कब्जा करुंगा। सारे आरोप निराधार हैं।

जसविंदर छाबड़ा, बिल्डर

अवैध निर्माण, जबरन कब्जेदारी की शिकायत समेत अन्य कई शिकायतें आई हैं। जिसकी विधिसम्मत कार्यवाही के लिए लिखा है।

पंकज यादव, डीएम