- इंदिरानगर ए ब्लॉक में आवास विकास ने की बड़ी कार्रवाई

- भारी विरोध के बीच ध्वस्त किए गए अवैध कब्जे

LUCKNOW: जमीन पर कब्जा कर न सिर्फ बस्ती बस गई बल्कि जमीन का कॉमर्शियल यूज भी किया जाने लगा। जानकारी मिलने के बाद आवास विकास की ओर से इस दिशा में बड़ी कार्रवाई की गई। हालांकि कार्रवाई के दौरान टीम को भारी विरोध का सामना करना पड़ा लेकिन पुलिस फोर्स की मौजूदगी के कारण अभियान पर असर नहीं पड़ा। टीम ने अंतत: अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिए। वहीं दूसरी तरफ एलडीए ने भी भू माफियाओं द्वारा कब्जाई गई जमीन को खाली कराया।

यह है मामला

आवास विकास से मिली जानकारी के अनुसार, इंदिरानगर ए ब्लॉक कंवेंशन सेंटर के सामने लगभग 10 हजार स्क्वॉयर मीटर जमीन है, जिसका बाजार भाव करीब सौ करोड़ के आसपास है। पिछले 40 सालों से इस पर विवाद चल रहा है। यह मामला कोर्ट में भी है। हाल में ही आवास विकास परिषद के अधिकारियों को जानकारी मिली कि इस जमीन पर अवैध कब्जा करते हुए गिट्टी, मौरंग सीमेंट कारोबार के साथ अस्थाई बस स्टैंड भी बना दिया गया था। वहीं एक गैस गोदाम भी संचालित हो रहा था और अवैध बस्ती भी बसा ली गई थी। जिसमें करीब 30 परिवार रह रहे थे। कोर्ट से स्टे होने तथा यथा स्थिति बनाये रखने के आदेशों के कारण आवास विकास कार्रवाई नहीं कर रहा था। विगत दिनों जैसे ही विपक्षी पार्टी ने कोर्ट में हलफनामा देते हुए कहाकि उक्त भूमि पर चल रहे व्यापार तथा अवैध बस्ती से उनका कोई लेना देना नहीं है। इसके बाद आवास विकास टीम को मौका मिल गया। शनिवार को अधीक्षण अभियंता तृतीय वृत्त सफदर के नेतृत्व में अधि। अभि। एके मित्तल, सहा। अभि। एके सक्सेना, अवर अभि। एबी सिंह ने कार्रवाई करते हुए अवैध कब्जे ध्वस्त कर जमीन खाली कराई।

भूमाफियाओं ने किया था कब्जा, एलडीए ने खाली कराया

(((फोटो पी में अभिषेक मिश्रा के फोल्डर से----)))))

एलडीए की ओर से भूमाफियाओं की ओर से कब्जाई गई अपनी जमीन को खाली कराने के लिए कार्रवाई की गई। नजूल अधिकारी ट्रांसगोमती संजय पांडेय के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में करीब 4500 वर्गमीटर जमीन खाली कराई गई। जिसकी कीमत करीब 120 करोड़ रुपये बताई जा रही है। कार्रवाई में अधिशासी अभियंता प्रताप शंकर मिश्र, सहायक अभियंता राजेश सिंह समेत भारी पुलिस फोर्स मौजूद रहा।