दर्शन दुर्लभ हो गए लैपटाप के

कहां तो सीएम अखिलेश के लैपटाप के दर्शन ही दुर्लभ लग रहे थे। डेढ़ साल बाद संयोग बना तो फिर अब एक के बाद एक मुसीबत सामने आती चली जा रही है। जी हां, इलाहाबाद में लैपटाप डिस्ट्रीब्यूशन स्कीम के अमली जामा पहने के अब केवल दो दिन ही शेष रह गए हैं यानी छह अक्टूबर को यह प्रोवाइड किया जाना है। लेकिन स्टूडेंट्स को अभी तक नहीं पता कि उन्हें लैपटाप के लिए मिलने वाला एडमिट कार्ड कब और कहां से मिलेगा?

अभी colleges को ही नहीं मिला

जिले के 239 हायर इन्स्टीट्यूशंस के तकरीबन 69,000 स्टूडेंट्स को लैपटाप दिया जाना है। इसके लिए छह अक्टूबर को परेड मैदान में लैपटाप डिस्ट्रीब्यूट किए जाने की प्रिपरेशन जोरों पर हैं। लैपटाप उन्हें ही दिया जाएगा जिनके पास एडमिट कार्ड होगा। यह एडमिट कार्ड सभी हायर इन्स्टीट्यूट अपने लेवल पर स्टूडेंट्स को डिस्ट्रीब्यूट करेंगे। लेकिन बड़ी संख्या में इन्स्टीट्यूट्स को अभी तक यह जानकारी ही नहीं मिल पाई है कि उन्हें एडमिट कार्ड कब तक मुहैया कराया जाएगा? जब इंस्टीट्यूट को नहीं पता तो फिर वह स्टूडेंट्स को कैसे बताए?

बंटने की डेट आई पर लैपटाप नहीं

लैपटॉप योजना से जुड़े हुए ऑफिसर्स का कहना हैं कि तीन व चार को लैपटाप के लिए स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड वितरण किया जाना था। लेकिन अभी तक इससे जुड़ी कोई इंफार्मेशन नहीं मिल पाई है। ऐसे में लैपटाप पर कंफ्यूजन कांटीन्यू वाली स्थिति बनी हुई है। जिन स्टूडेंट्स को लैपटॉप मिलना है वो लगातार कॉलेज व डीआईओएस ऑफिस में संपर्क बनाए हुए है।

सातवें आसमान पर गुस्सा

एडमिट कार्ड डिस्ट्रीब्यूशन के लिए इन्स्टीट्यूटस तो परेशान ही हैं। स्टूडेंट्स भी हर रोज जानकारी लेने पहुंच रहे हैं। लेकिन, उन्हें कोई उचित जवाब नहीं मिल रहा है। इससे उनका गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। ट्यूजडे को सीएमपी डिग्री कालेज के स्टूडेंट्स इन्हीं सब मुद्दों को लेकर जोरदार हंगामा कर चुके हैं। स्टूडेंट्स की नाराजगी की कई वजहें हैं। बता दें कि यह यह स्कीम 2012 की है। उस समय ऐसे इंटर पास स्टूडेंट्स से फार्म भरवाया गया था जिन्होंने हायर इन्स्टीट्यूशंस में फस्र्ट ईयर में एडमिशन लिया था। लेटलतीफी के चलते फस्र्ट इयर के छात्र अब दूसरे साल में प्रवेश ले चुके हैं।