आजकल तो किसी भी ऑफीशियल प्रोफेशनल को देखिए, वो हाथ में लैपटॉप लिए ही नज़र आता है. कॉरपोरेट ऑफिसेस में हर किसी को लगातार इंटरेनट और कम्पनी के नेटवर्क से जुड़े रहने की  जरूरत होती है जिसके लिए लैपटॉप या लैपटॉप जैसी ही कोई डिवाइस जरूरी होती है. ऐसे में लैपटॉप तो ठीक, लेकिन लैपटॉप जैसी डिवाइस क्या होगी जो लैपटॉप से हल्की भी हो और इसके  बराबर काम भी कर सके. तो जानने की कोशिश करते हैं कि लैपटॉप का हल्का और बेहतर अल्टरनेट क्या है.

एक हल्की डिवाइस जो लगातार आपको इंटरनेट से जुड़े रहने और अपने जरूरी काम निपटाने के लिए ठीकठाक आकार का इंटरफेस प्रदान करे, तो नाम आएगा Netbook का. नेटबुक एक प्रकार का  काफी छोटा कंप्यूटर सिस्टम है जिसे टेबलेट पीसी के रूप में भी जाना जाता है. लैपटॉप की तुलना में नेटबुक वजन में काफी हल्की होती है. जिसे पकड़ने और कैरी करने के लिए किसी बड़े बैग की  जरूरत नहीं होती. इसे आसानी से हाथों में पकड़ा जा सकता है.

मिनी लैपटॉप की तरह काम करने वाली नेटबुक, तकनीक के लिहाज से तो लैपटॉप से कमतर होती है लेकिन वर्किंग की द्रष्टि से लेपटॉप से खास कमज़ोर नहीं है. कुछ फीचर्स को यदि छोड़ दें तो नेटबुक कई तरह से आईपैड से मिलती जुलती कंप्यूटर डिवाइस है. यूज़र्स इन्हे subnotebooks or  ultraportables भी कह सकते हैं. क्योंकि ये किसी के भी पर्सनल डिजिटल असिस्टेंट की तरह काम कर सकती है.

आजकल बाज़ार में कई ब्रांडेड कम्पनियों की नेटबुक्स उपलब्ध हैं, जिनमें एचपी, ऐसेर, सैमसंग, तोशिबा, डेल और गेटवे प्रमुख हैं. नेटबुक आमतौर पर दस इंच से लेकर बारह इंच स्क्रीन साइज में उपलब्ध हैं. और इनकी सामान्य कीमत भारत में 18 हजार से लेकर 30 हजार के बीच है जो थोड़े बहुत फीचर्स में बदलाव के आधार पर अलग अलग यूज़र्स की पसन्द हो सकती हैं

लैपटॉप और नेटबुक में तकनीकि और फीचर्स के लिहाज से ही कॉमन अन्तर देखने को मिलते हैं. आइए देखते हैं -

- लैपटॉप का वजन मुख्य रूप से सीडी/डीवीडी ड्राइव के कारण ही बढ़ता है, इसलिए नेटबुक में ऑप्टीकल ड्राइव को हटा दिया गया है, जिससे इसका वजन काफी कम हो गया है.

- लैपटॉप और डेस्कटॉप में लगने वाली सामान्य हार्डडिस्क की जगह पर नेटबुक में सॉलिड स्टेट ड्राइव का प्रयोग होता है. घूमने वाले मैग्नेटिग प्लेटर्स का इस्तेमाल न होने से ही नेटबुक का वजन इतना कम किया जा सका है.

- नेटबुक क्योंकि ऑफिस एक्ज़ीक्यूटिव्स के लिए बनाई गई है, इसलिए मूवी देखने या गेम खेलने लायक स्क्रीन न लगाकर इसकी स्क्रीन को छोटा किया गया है. और नेटबुक का वजन कम करने में इसका बड़ा रोल है.

- नेटबुक का प्रोसेसर छोटा और हल्का होने के कारण इस पर लैपटॉप की तरह मल्टीटास्किंग वर्क और आफिस के भारीभरकम कामों को करना सम्भव नहीं है, लेकिन इसके यूजर्स को बेहतर पोर्टबिलिटी का पूरा आराम मिलता है.

- तकनीकि फीचर्स के आधार पर नेटबुक काफी हद तक लैपटॉप के ही समान है, इसलिए कुछ खामियों के बावजूद नेटबुक का बाज़ार और पसन्द करने वाले ग्राहको की संख्या लगातार बढ़ती ही रही है.