- लैपटॉप पाने के बाद कितना बदला है यूथ

- आखिर किस तरह यूज कर रहे लैपटॉप का स्टूडेंट्स

- पेरेंट्स किस हद तक लाभदायक मान रहे हैं लैपटॉप का

Meerut : लैपटॉप मिला और अब यूज भी बहुत हुआ। लैपटॉप से किसी स्टूडेंट्स को जानकारियां भी मिली तो किसी पर पड़ गया है निगेटिव असर। आखिर लैपटॉप लेने वाले स्टूडेंट्स उसका कितना यूज कर रहे हैं और जो लैपटॉप के हक से छूट गए है वो कितना पछता रहे हैं। कोई अपनी स्टडी में हेल्प ले रहा है, तो किसी को मिल रही है जॉब में हेल्प। जहां कुछ स्टूडेंट्स अपने लैपटॉप को उपयोगी तो कुछ इसे बेकार भी बता रहे हैं। तो किस पर कितना है लैपटॉप का असर यह तो वह स्टूडेंट्स या पेरेंट्स ही जानते हैं।

स्टडी में कर रहा है हेल्प

किसी को एमबीए तो किसी को सीए जैसे प्रोफेशनल कोर्स करने में यह लैपटॉप मदद कर रहे हैं। लैपटॉप में इंटरनेट के जरिए एमबीए, सीए, फैशन डिजाइनिंग, इंटीरियल डिजाइनिंग, बीबीए, बीसीए, ज्वैलरी डिजाइनिंग जैसे प्रोफेशनल कोर्सेज को पढ़ने के लिए स्टूडेंट्स इसका यूज कर रहे हैं। एमबीए के स्टूडेंट अमीत शर्मा ने बताया कि वह अपनी स्टडी के लिए लैपटॉप से बहुत हेल्प लेता है। वहीं बीबीए की स्टूडेंट आरती बताती है कि नेट के जरिए व ऑनलाइन स्टडी मैटिरियल से बहुत हेल्प लेती है। लैपटॉप से स्टडी के अलावा इंटरनेट के जरिए वह बहुत सी जानकारी भी प्राप्त करती है।

कोर्स की मिलती है जानकारी

स्टूडेंट्स को उनके प्रोफेशन को चूज करने में भी काफी हेल्प मिलती है। आखिर उन्हें किस कॉलेज में एडमिशन लेना है। कॉलेज में उससे संबंधित कोर्स के लिए क्या सुविधाएं हैं, क्या स्टडी मैटिरियल उपलब्ध है। कितनी फीस है यह सब जानकारी अपने लैपटॉप पर ही यूज कर लेते हैं। इसके लिए किसी साइबर कैफे या फिर किसी दोस्त के घर नहीं जाना पड़ता है। अंकिता ने बताया कि जब कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद लैपटॉप मिला तो अपने लिए आसानी से सर्च कर लिया कि कौन सा कोर्स उसके लिए बेहतर रहेगा। या अब ऐसे कौन से नए कोर्स आए है जो मेरे लिए अच्छे हैं और बेहतर करियर बना सकते हैं।

किसी ने यूज तो किसी ने मिसयूज

सिटी में ख्क् हजार ब्ख्भ् स्टूडेंट्स को लैपटॉप मिला है, इनमें से कुछ ने तो उसका यूज अपनी नॉलेज से लेकर जॉब में भी यूज कर रहे हैं। मगर कुछ स्टूडेंट्स इसका मिसयूज भी कर रहे हैं, जिसका परिणाम इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार सिटी में ख्0 प्रतिशत यूथ पिछले एक साल में तेजी से नेट सर्फिंग के जाल में फंसा है। इनमें से क्ब् प्रतिशत स्टूडेंट्स फर्जी आईडी के जरिए जालसाजी कर रहे हैं।

तो ये है लैपटॉप में

यूपी सरकार ने जो लैपटॉप दिया है उसमें क्ब् इंच का डिस्प्ले है, टू जीबी की रैम, पांच सौ जीबी हार्ड डिस्क है, एचपी का चार्जर है, डीवीडी राइटर है और वेब कैमरा, स्क्रीन गार्ड, की गार्ड भी है। लैपटॉप में नेट का यूज, डाउनलोडिंग और नेट सर्फिंग से लेकर विभिन्न तरह के सॉफ्टवेयर आराम से चल सकते हैं, जो किसी जॉब वर्कर के लिए भी यूज के है।

कितना हुआ लैपटॉप का असर

लैपटॉप मिलने के बाद यूथ में काफी बदलाव आया है। पहले जहां वो पढ़ाई पर ही ध्यान देते थे, या फिर अपने नाते रिश्तेदारों से मेल मिलाप में भी पसंद करते थे। वहीं अब वह पूरा दिन लैपटॉप से ही जुड़े रहते हैं।

पवन, सदर

ऐसा नहीं है कि लैपटॉप ने बच्चों को बिगाड़ा है। बल्कि कुछ भी जानकारी लेनी हो या कोई टिकट बुक करवानी हो, या फिर किसी तरह का बिल जमा करना हो बेटा लैपटॉप पर नेट से सब काम कर देता है। वहीं अपनी स्टडी में भी उसको बहुत मदद मिलती है।

पुष्पा महादेव जाधव, रजबन

इस लैपटॉप के मिलने से तो बच्चों में बहुत बदलाव आया है। अपने दोस्तों के साथ पूरा दिन वह न जाने क्या क्या देखते रहते हैं। इतनी जानकारी हमें नहीं है कि हम उनपर नजर रख सकें। ऐसा महसूस होता है पिछले एक साल में लैपटॉप ने बच्चों को बिगाड़ दिया है।

प्रमिला , शास्त्रीनगर

मेरे बेटे को तो लैपटॉप मिलना अभी बाकी है, उसके दोस्तों को मिल चुका है। वह पूरा दिन तो यही सोचता रहता है उसका लैपटॉप कब मिलेगा। और इसी चक्कर में अब उसका पढ़ाई में भी उतनी अच्छी तरह से मन नहीं लग पाता है।

अप्पा, रजबन निवासी