BAREILLY:

पेड़ की गिरती पत्तियों को जिंदगी खत्म होने का संकेत मान बैठी कैंसर रोगी ऐमी, बस एक आखिरी बची पत्ती के पेड़ से गिरने के इंतजार में जीने की नई राह पकड़ लेती है। दुख, खुशी और मरती हुई जिंदगी में जगी एक आशा कुछ ऐसी ही भावनाओं के सैलाब को सशक्त अभिनय से साधने की सफल कोशिश और लेखक ओ हेनरी के काल्पनिक पात्रों को जीवंत करता मंच का नजारा, वेडनेसडे को बरेली की शाम क्लासिक बना गया। मौका था थियेटर ग्रुप रंग प्रशिक्षु द्वारा मंचित नाटक द लास्ट लीफ से सजे कार्यक्रम 'मास्टर पीस' का। ये कार्यक्रम बरेली कालेज सभागार में आयोजित किया गया।

रंग प्रशिक्षु के फाउंडर अमित रंगकर्मी द्वारा आयोजित व गरिमा सक्सेना निर्देशित इस मास्टरपीस ने दर्शकों को ओ हेनरी की बनाई दुनिया में पहुंचा दिया। दर्शक दीर्घा द्वारा नाटक के दौरान जीवन के हर रंग को उभरने में मदद करती लाइटिंग का सराहा। नाटक में महरोज, गरिमा, अर्जुन, जमाल, आदिल, अजीम खान, खुशी, इरफान ने मुख्य भूमिका निभायी। इस मौके पर प्रशासन स्तर से एसपी रूरल ब्रजेश श्रीवास्तव, एडीएम प्रशासन अरुण कुमार , आटीओ आरआर सोनी, डा। निशांत गुप्ता, डा। शालिनी, डा। पूर्णिमा अनिल आदि उपस्थित रहे।