सावन के अंतिम सोमवार को डेढ़ घंटे तक जमकर हुई गहरे बाजी

तीन-तीन राउंड तक गहरेबाजों ने दिखाया दमखम

ALLAHABAD: सावन के अंतिम सोमवार को गहरेबाजी के दौरान मेडिकल कालेज चौराहे से लेकर सीएमपी डिग्री कालेज तक सिर्फ और सिर्फ गहरेबाजी का रोमांच दिखाई दिया। एक से बढ़कर एक रोचक नाम वाले घोड़ों को लेकर सड़क पर उतरे गहरेबाजों ने रफ्तार का दमखम दिखाया तो मेडिकल चौराहे से लेकर कालेज के बीच तीन-तीन राउंड लगातार घोड़ों की कदमताल को देखकर शहरियों ने जमकर तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। अंतिम सोमवार होने की वजह से गहरे बाजों ने एक के बजाए डेढ़ घंटे तक शहरियों को रोमांचित होने का अवसर दिया।

घोड़ों के साथ-साथ चले समर्थक

अंतिम सोमवार होने की वजह से गहरे बाजों के साथ उनके समर्थक भी दोपहिया वाहनों के साथ आगे-पीछे हौसला बढ़ाने के लिए चल रहे थे। प्रयाग गहरेबाजी संघ के अध्यक्ष बद रे आलम की अगुवाई में शाम पांच बजे से गोपाल महाराज के पच कल्याण व और चूहा, गुड्डू केसरिया का राकेट, बदरे आलम के कन्हैया, सादिक का बादल व राशिद के घोड़े सुरंग के बीच रफ्तार की बाजीगरी दिखाई दी। एक के पीछे एक कदम ताल करते घोड़े चल रहे थे तो सड़क की दोनों पटरियों पर खड़ी पब्लिक ने तालियां बजाकर गहरेबाजों का जोरदार स्वागत किया।

गूंजता रहा बोल बम, बोल बम

जहां शाम को हुई गहरेबाजी ने शहरियों को रोमांचित किया वहीं भोर से ही शिवालयों में बोल बम, बोल बम और हर-हर महादेव के जयकारे के बीच घंटा-घडि़याल की गूंज सुनाई दे रही थी। मनकामेश्वर मंदिर में आस्था की भीड़ का आलम यह रहा कि इलाहाबाद डिग्री कालेज तक भक्तों की कतार लगी रही। दशाश्वमेध मंदिर, नागवासुकि मंदिर, तक्षक तीर्थ व कोटेश्वर महादेव सहित अन्य शिव मंदिरों में पूजन-अर्चन व जलाभिषेक का सिलसिला दिनभर चलता रहा।