JAMSHEDPUR: ऑटो ड्राइवर अब्दुल रहमान से फ्भ् हजार रुपया जुर्माना वसूले बिना ऑटो नहीं छोड़ने को लेकर परिवार के साथ आत्मदाह का प्रयास किए जाने को लेकर साकची थाना परिसर में प्रवेश कर बुधवार दोपहर को बवेला मचाने, थाने पर प्रदर्शन, रोड जाम करने, पुलिस से गाली-गलौज, धक्का मुक्की करने और पुलिस हिरासत से एक सहयोगी को जबरन छुड़ाने को लेकर कांग्रेसियों और पुलिसकर्मियों के बीच नोक-झोंक हो गई। पुलिस ने कांग्रेसियों पर जमकर लाठियां बरसाई। खदेड़-खदेड़ कर कांग्रेसियों की पिटाई की गई। जिसमें जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय खां, मौलाना अंसार खान, पूर्व जिला कांगे्रस अध्यक्ष रामाश्रय प्रसाद, युवा कांग्रेस के राकेश साहू, संजय सिंह आजाद, अपर्णा गुहा समेत कई कांग्रेसी घायल हो गए। लाठी चार्ज के दौरान काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही। जिसे हर किसी ने देखा। घटना की जानकारी पर सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह समेत कई अधिकारी थाना पर पहुंचे। एक पुलिसकर्मी ने अधिकारियों को बताया कि उस पर भीड़ की ओर से पत्थर फेंका गया, जिससे वह घायल हो गया।

यह है पूरा मामला

कपाली ताजनगर निवासी अब्दुल रहमान की टेम्पो साकची ट्रैफिक थाना की पुलिस ने नो इंट्री के कारण मंगलवार को जब्त कर लिया था। जुर्माना के रुप में फ्भ् हजार रुपये की मांग की जा रही थी। रुपये चालक के पास नही थे। पुलिसिया कार्यशैली से परेशान होकर अब्दुल रहमान ने अपनी, चार बच्चों के साथ साकची ट्रैफिक थाना के पास शरीर में केरोसिन उडेलकर आत्मदाह का प्रयास करने लगा। इसकी जानकारी साकची गोलचक्कर पर पूर्व कार्यक्रम के तहत धरना पर बैठे कांग्रेसियों तक पहुंची। कांग्रेसी थाना पहुंच गए। अब्दुल रहमान और उसके परिवार वालों को साथ लेकर साकची थाना के सामने सड़क पर बैठ गए जिससे सड़क पर जाम लग गया। साकची थाना प्रभारी मदन शर्मा ने कांग्रेसियों से बातचीत करते हुए कहा कि मामला ट्रैफिक थाना का है वे मामले को देखते हैं। इस बीच कांग्रेसियों की भीड़ में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरु हो गई। भीड़ में शामिल एक व्यक्ति को जो पुलिस के निशाने पर था। उसे पुलिसकर्मी भीड़ से उठा कर थाना ले गए। उसे छुड़ाने को कांग्रेसी भी थाना में प्रवेश कर गए। छुड़ाने को लेकर कांग्रेसी और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की होने लगी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने कांग्रेसियों पर लाठी चार्ज कर दिया।

ऑटो ड्राइवर ने कहा

ऑटो ड्राइवर अब्दुल रहमान ने कहा कि फ्भ् हजार रुपया ट्रैफिक पुलिस जुर्माना मांग रही थी। वह देने में असमर्थ था। इसलिए उसने पूरे परिवार के साथ मरने का फैसला किया।