RANCHI: राजधानी में बैंक से ज्यादा शराब दुकानों की सुरक्षा को प्रायोरिटी दी जा रही है। बैंक में पुलिस चेकिंग का सिर्फ कोरम पूरा हो रहा है, जबकि दूसरी ओर पुलिस फोर्स लोगों की लाइन लगवाकर शराब बिकवा रही है। यही नहीं, शराब बिक्री के बाद उसके कैश को भी सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने की जिम्मेवारी पुलिस कर्मियों को है। नतीजन, शहर में क्रिमिनल्स बेखौफ हो गए हैं। दिनदहाड़े, सरेशाम अपराध को अंजाम दे रहे हैं। इससे आम लोगों में दहशत का माहौल है।

बैंकों में चेकिंग का सिर्फ कोरम

जब पुलिस पियक्कड़ों को लाइन में लगाने के लिए फोर्स के साथ उतरती है, तो पता चलता है कि वे लोग किसी कांड का अनुसंधान कर रहे हैं। पर, नजदीक से देखने पर झारखंड सरकार खुद पुलिस की निगरानी में लाइन लगवाकर शराब बेचती नजर आ रही है। ऐसे में आप खुद समझ सकते हैं जब पुलिस की सारी शक्ति शराब बिकवाने में लगी रहेगी, तो वह भला अपराधियों को कब पकड़ेगी। बैंक में पुलिस चेकिंग करती है, लेकिन एक कोरम पूरा कर वापस लौट जाती है।

मूल काम से भटकी खाकी

असल में आमतौर पर खाकी वर्दी का काम क्राइम कंट्रोल या लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करना होता है, लेकिन झारखंड में पुलिस की प्रायोरिटी में अब शराब की बिक्री शुमार हो गई है।

डिपार्टमेंट ने माना, नई जिम्मेवारी से बढ़े क्राइम

पुलिस डिपार्टमेंट के लोग भी मानते हैं की इस नई जिम्मेदारी की वजह से क्राइम ग्राफ बढ़ा है। जब से राज्य सरकार ने शराब की बिक्री अपने कंट्रोल में ले ली है तब से मेन पावर की कमी झेल रहे झारखंड पुलिस की जिम्मेदारियों में एक नई ड्यूटी शुमार कर ली गई है। इसके अनुसार अब शहर में शराब दुकानों के बाहर पुलिस खड़ी नजर आ रही है। वही उन दुकानों में जमा होने वाला कैश भी गंतव्य तक पहुंचाने की जिम्मेदारी पुलिस की ही हो गई है।

वर्जन

शराब की दुकान पर पुलिस इसलिए खड़ी रहती है, क्योंकि शहर में शराब दुकान कम हो गई हैं। ऐसे में पीने वालों की संख्या अधिक हो गई है। शराब लेने के दौरान लड़ाई आदि न हो, इसके लिए पुलिस फोर्स को वहां डिप्यूट किया जाता है।

-अमन कुमार, सिटी एसपी, रांची

-ठंडे बस्ते में कांड का अनुसंधान

क्। पंडरा लूटकांड का सुराग नहीं

पंडराक्8 नंबर दुकान में ब्रोकर का काम करनेवाले शेष चौधरी को अपराधियों ने गोली मार दी। इसके बाद उदय भंडार के मालिक कृष्णमोहन प्रसाद पर हमला बोला और उनके गल्ले से फ्.भ्0 लाख रुपए लूट लिए गए। इसके अनुसंधान में पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है।

ख्। चेन स्नेचर्स का बढ़ा आतंक

चुटिया में दो दिन पूर्व एक महिला से चेन छिनतई की कोशिश की गई। हालांकि, महिला ने नामकुम थाने में कोई प्राथमिकी नहीं दर्ज कराई थी। पर, इससे यह साबित होता है कि चेन छिनतई के आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं और अपने शिकार को दबोच रहे हैं।

फ्। आनंद मार्ग आश्रम में लूटपाट

छह अगस्त की रात पांच-छह सशस्त्र अपराधियों ने आनंदमार्गियों को कब्जे में कर लूटपाट की। मामले में पुलिस की ओर से कोई अपराधी नहीं पकड़ा गया है। आचार्य रोस्वारानंद तथा प्रभास्वरानंद के साथ मारपीट भी हुई थी। आश्रम में रखी दो बाइक, भ्0 हजार कैश, लैपटॉप, चार मोबाइल की लूट हुई थी।