मेरठ बार एसोसिएशन के संज्ञान में लाना होगा केस

एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को जारी किए आदेश

Meerut। अब किसी अधिवक्ता के खिलाफ थाना पुलिस सीधे मुकदमा दर्ज नहीं कर सकेगी। अगर पुलिस किसी अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करती है तो वह पहले इसकी सूचना मेरठ बार एसोसिएशन को देगी। इसके बाद ही अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा।

शुरू हो जाता है हंगामा

इस समय मेरठ बार एसोसिएशन व जिला बार एसोसिएशन में करीब आठ हजार सदस्य है। इसके साथ अन्य अधिवक्ता भी कोर्ट में प्रेक्टिस करते है। कई बार यह देखने में आया है कि जब भी किसी अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो जाता है तो मेरठ बार एसोसिएशन व जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारी मुकदमा स्पंज कराने या फर्जी मुकदमा बताकर एसएसपी ऑफिस पर हंगामा करते हैं। पुलिस अधिवक्ता के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई भी नही कर पाती। कई बार एसोसिएशन को पता भी नहीं होता कि अधिवक्ता के खिलाफ किस केस में मुकदमा दर्ज किया गया है।

जिले के सभी इंस्पेक्टर व एसओ को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि वह किसी भी अधिवक्ता के खिलाफ सीधे मुकदमें दर्ज नहीं करेंगे। मुकदमा दर्ज करने से पहले वह मेरठ बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों को मामले से अवगत कराएंगे।

राजेश कुमार पांडेय, एसएसपी