- कचहरी पहुंचे मुरादाबाद के एसीजेएम का किया गया घेराव

- एसीजेएम रोज मेरठ आएंगे रिमांड की तारीख लगाने के लिए

- बीस जनवरी को अरुण जेटली से मिलेंगे सभी प्रतिनिध मंडल

Meerut: वेस्ट में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर बागपत में एकजुट हुए वकीलों ने अपनी बात रखते हुए बेंच की मांग तेज की। साथ ही मेरठ सहित सभी जिलों में कचहरी में काम के लिए तीन दिन मुकर्रर किए गए। बागपत में वकीलों की मीटिंग हो रही थी तो इधर मेरठ कचहरी में रिमांड की तारीख के लिए आए मुरादाबाद के एसीजेएम का वकीलों ने घेराव किया। काफी देर तक चले हंगामे और विरोध के बाद सही जानकारी होने पर उनको जाने दिया गया।

यह रहा सीन

बागपत में हुई एडवोकेट्स की मीटिंग में वेस्ट के सभी जिलों से हाईकोर्ट बेंच के लिए संघर्ष कर रहे केंद्रीय संघर्ष समिति के प्रतिनिधि ने शिरकत की। मीटिंग के दौरान वकीलों ने हाईकोर्ट बेंच की मांग को और तेज करने के लिए अपनी बात रखी। मेरठ से पूर्व महामंत्री जिला बार एसोसिएशन एडवोकेट रामकुमार शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल गया। जिसमें एडवोकेट धीर सिंह चौधरी, सुधीर पंवार, अनिल शर्मा, सुनील राणा, विपिन शर्मा, फारूख जमाल, अशोक शर्मा सहित कई एडवोकेट शामिल रहे। रामकुमार शर्मा का कहना है कि सभी जिलों से आए एडवोकेट्स प्रतिनिधि मंडल ने मेरठ में हाईकोर्ट बेंच के लिए वादा किया है।

तीन दिन चलेगा काम

मीटिंग के दौरान मुरादाबाद के एडवोकेट्स ने मेरठ के वकीलों का साथ देने का वादा करते हुए कहा कि वे यहां से ट्रांसफर हुए मामलों की पैरवी नहीं करेंगे। साथ ही उन मामलों में कोई काम नहीं करेंगे। मीटिंग के दौरान सभी जिलों में काम पर भी चर्चा हुई। जिसमें कचहरी के अंदर एडवोकेट्स द्वारा काम के लिए तीन दिन मुकर्रर किए गए। अब सभी जिलों में एडवोकेट सोमवार, मंगलवार और बुधवार तीन दिन काम करेंगे। इसके साथ ही इन तीन दिन के अलावा बाकी दिन हड़ताल रहेगी। अब हाईकोर्ट बेंच के लिए सरकार से सीधी बात की जाएगी।

एसीजेएम का विरोध

शनिवार को मुरादाबाद के एसीजेएम विकास कुमार मेरठ कचहरी पहुंचे। जहां उनके आने की सूचना पर वकील इकट्ठा हुए और उनका घेराव कर दिया। साथ ही यहां से ट्रांसफर हुए केसों को वापसी के लिए कहा। काफी देर चले मामले के बाद पता चला कि एसीजेएम मुरादाबाद से ऑन डयूटी यहां आए थे। अब वे रोज यहां आएंगे। उनका कहना था कि वे यहां बंदियों की रिमांड के लिए आया करेंगे। बंदियों की तारीख को आगे बढ़ाने और उनकी रिमांड का काम उनके पास है। वे आईपीसी की धारा क्म्म्, ख्09, फ्09 के आरोपियों की रिमांड का मामला देख रहे हैं। इसके बाद जाकर वकील शांत हुए।

वर्जन

बागपत में हुई मीटिंग में सभी ने मेरठ में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के लिए हुंकार भरी है। वेस्ट के सभी एडवोकेट्स अब मेरठ में ही हाईकोर्ट बेंच के लिए मांग को तेज करेंगे। साथ ही सभी जिलों में तीन दिन काम किया जाएगा।

- रामकुमार शर्मा, एडवोकेट

अब हम किसी से बात नहीं करेंगे। बेंच के लिए पार्लियामेंट एक्ट का सहारा लेंगे। सरकार से अब सीधी बात होगी। सरकार चाहेगी तो बिना किसी चीफ जस्टिस के बेंच का बिल पास करवाकर बेंच स्थापित करा सकती है। - सुधीर पंवार, पूर्व महामंत्री बार एसोसिशन

अब सभी जिलों के जन प्रतिनिधियों को घेरा जाएगा। साथ ही हर जिले में ख्भ् हजार पोस्टर लगाए जाएंगे। जेटली ने एसएस नरिमन के साथ हुई ख्00क् में मीटिंग के दौरान कहा था कि वे हाईकोर्ट बेंच मेरठ में स्थापित कराएंगे। इसके लिए अब उनसे बीस जनवरी को मिलेंगे।

- धीर सिंह चौधरी

क्97म् के पार्लियामेंट एक्ट के अनुसार हमें किसी जस्टिस की जरूरत नहीं है। रवि शंकर और कपिल सिब्बल ने इस संबंध में राय मांगी गई थी। लेकिन यूपी, जे एंड के और बिहार में इस एक्ट के तहत बेंच स्थापित की जा सकती है। इसके लिए अब हम अपना आंदोलन तेज करेंगे।

- अनिल शर्मा, एडवोकेट