- एक किलोमीटर चलने में तीन मिनट की जगह लग गए तीन घंटे

- सोमवारी जाम ने छुड़ाया पसीना, सड़क पर उतरे एसएसपी

- मोहद्दीपुर से लेकर कूड़ाघाट तक रेंगते रहे व्हीकल्स, लोग चले पैदल

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: मोहद्दीपुर चौराहे पर मौजूद पुलिसवाले से कार सवार ने पूछा। अरे, भाई साहब आगे कुछ हो गया है। आखिर इतना जाम क्यों लगा है। हम लोग एक घंटे से रेंग रहे हैं। झुंझलाते हुए पुलिसवाला बोला तो क्या करूं हटवा तो रहा हूं। उधर, बस में सवार पसीने से तर-ब-तर एक पैंसेजर कीे गरदन खिड़की से बाहर निकली। दूर तक देखते हुए .अरे अभी तो बहुत समय लगेगा। पुलिसवाले पता नहीं क्या कर रहे हैं। जाम क्यों नहीं हटवा रहे हैं। कोई एक्सीडेंट तो नहीं हो गया जिससे जाम लगा है। यह हाल मंडे की सुबह कूड़ाघाट से लेकर मोहद्दीपुर तक नजर आई। मंडे मार्निग सुबह जरूरी कामों से निकले लोग जाम में फंसकर बिलबिला गए। एक किलोमीटर चलने में तीन मिनट की बजाय तीन घंटे का समय लग गया। सड़क पर जाम, धूप और पसीने से बेहाल लोग बवाल पर उतारू हो गए। सूचना देने पर पुलिस नहीं जागी तो लोगों ने एसएसपी को बताया। जाम में मातहतों की लापरवाही सामने आने पर एसएसपी खुद सड़क पर उतर गए। एसएसपी के सड़क पर उतरते ही पूरा महकमा नजर आने लगा। एसएसपी खुद सवा घंटे जाम में भटकते रहे। बावजूद इसके आवागमन शुरू कराने में तीन घंटे लग गए।

तीन मिनट के रास्ते पर लगे तीन घंटे

कूड़ाघाट तिराहे से लेकर मोहद्दीपुर चौराहे तक करीब तीन घंटे तक जाम लगा रहा। सुबह 10 बजे लोगों ने जब शहर की आना शुरू किया तो सड़क ठसाठस हो गई। मोहद्दीपुर चौराहे से कूड़ाघाट, चारफाटक, यूनिवर्सिटी और पैडलेगंज की तरफ जाना मुश्किल हो गया। चौराहे पर ड्यूटी करने पहुंचे ट्रैफिक कर्मचारी मूक दर्शक की भूमिका में आ गए। पुलिस कर्मचारी भी हाथ बांधकर खड़े हो गए। कुशीनगर, देवरिया की तरफ से आने वाले व्हीकल जाम में फंस गए। गोरखपुर से कूड़ाघाट की तरफ जाने वाला लेन बंद हो गया। जाम में फंसे व्हीकल में सवार लोकल पैंसेजर्स पैदल चलने लगे।

एसएसपी ने संभाली कमान

मोहद्दीपुर से कूड़ाघाट तक जाम धीरे-धीरे गंभीर रूप में आ गया। जाम लगने पर मोहदीपुर चौकी पर तैनात पुलिस कर्मचारी, ट्रैफिक के एसआई, कांस्टेबल और दीवान बेबस नजर आए। सुबह सवा 10 बजे तक लोगों को प्राब्लम नहीं हुई। लेकिन 11 बजते बजते जाम ने विकराल रूप ले लिया। इसके बाद आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया। व्हीकल लेकर फंसे लोगों ने जहां-तहां गाडि़यां घुसा दीं जिससे आवागमन बंद हो गया। जाम लगने की सूचना पर करीब पौने 12 बजे एसएसपी पहुंच गए। मातहतों की लापरवाही देखकर माथा पीट लिया। गाड़ी से उतरकर खुद ही जाम हटवाने लगे।

पहुंची फोर्स, हांफते रहे टीएसआई

जाम छुड़ाने एसएसपी पहुंचे तो महकमा हांफ गया। आननफानन में भारी फोर्स भी आ गई। टीएसआई भी हांफते हुए मौके पर पहुंचे। एसएसपी ने पुलिस कर्मचारियों को जमकर लताड़ लगाई। उनका तेवर देखकर मातहतों के पसीने छूट गए। जाम छुड़ाने के लिए मोहद्दीपुर से लेकर नहर चौराहे तक एसएसपी पैदल चले। जाम में फंसे लोगों से सहयोग करने की अपील करते रहे। ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों का चालान कराया। लाल-नीली बत्ती लगी व्हीकल लेकर जबरन इधर-उधर से निकलने वालों को नसीहत दी। एसएसपी की कड़ी मशक्कत के बाद पब्लिक को जाम से राहत मिली।

इन वजहों से बढ़ी जाम की प्रॉब्लम

मोहद्दीपुर से लेकर कूड़ाघाट तक सड़क किनारे कंस्ट्रक्शन चल रहा है। नगर निगम की तरफ नालों का निर्माण कराया जा रहा है। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए भी खुदाई करके मिट्टी पटाई की गई है। लेकिन सड़क की पटरियों को दुरुस्त नहीं किया गया। बारिश होने से दोनों तरफ कीचड़ और पानी था। इस वजह से अगल-बगल से होकर गुजरना मुश्किल हो गया।

- दोनों तरफ की पटरियों का कंस्ट्रक्शन न होने

- मल्टी प्लेक्स का निर्माण चलने से व्हीकल के जमा होने

- मोहद्दीपुर, कार एजेंसी के पास नाला निर्माण

- कार एजेंसी के पास तिराहे से बिजली विभाग की तरफ रास्ता बंद होने

- चौराहे पर व्हीकल रोककर सवारी चढ़ाने और उतारने

- कार एजेंसी के पास गैराज की गाडि़यों के सड़क किनारे खड़े होने

- नहर रोड के तरफ से कंस्ट्रक्शन की वजह से आवागमन पर रोक

- मोहद्दीपुर चौराहे पर बीच से पुलिस चौकी न हटाने

कूड़ाघाट से मोहद्दीपुर तक बनेगा डिवाइडर

जाम हटाने पहुंचे एसएसपी ने बड़ा फैसला लिया। एसएसपी ने कहा कि जाम से निपटने के लिए पब्लिक का पूरा सहयोग चाहिए। जाम में फंसे लोग जबरन इधर-उधर से निकलने की कोशिश में लगे। आड़े तिरछे व्हीकल खड़े होने से प्रॉब्लम बढ़ गई। इस समस्या से निपटने के लिए कूड़ाघाट से मोहद्दीपुर तक डिवाइडर बनाने का फैसला लिया गया।

जाम से निजात दिलाने में पब्लिक को सहयोग करना पड़ेगा। मोहद्दीपुर में लोगों के बीच मची होड़ से व्हीकल फंस गए। इससे काफी देर तक रूट क्लीयर नहीं हो सका। ट्रैफिक सेंस के अभाव में ऐसी समस्याएं आती हैं।

प्रदीप कुमार, एसएसपी