पुलिस के सामने हुआ यह वाकया
असल में, सहसपुर निवासी दवा विक्रेता अपनी पत्नी के साथ इंडिका कार से देहरादून आए हुए थे। लेकिन दर्शनलाल चौक पर लाल बत्ती होने के चलते उन्होंने अपनी ऑल्टो कार के पीछे खड़ी कर दी। ग्र्रीन सिग्नल मिलते ही कार पर इंडिका कार ने हल्की टक्कर मार दी। जिससे गुस्साए कार चालक ने उतर कर इंडिका कार चालक दवा विक्रेता की बुरी तरह पिटाई कर दी। इतना ही नहीं उसने दवा विक्रेता पर खुंखरी तक तान दी। यह सब पुलिस की आंखों के सामने होता रहा। लेकिन राजधानी पुलिस की आंखें महज इसलिए बंद हो गई क्योंकि ऑल्टो कार में कांग्र्रेसी झंडा लगा हुआ था। हालांकि बाद में दोनों पक्षों को धारा चौकी लाया गया। लेकिन वहां भी झंडे ने अपना रंग दिखाया और पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय दोनों पक्षों में समझौता करा दिया।