पसंद का खिलाड़ी न मिलने से नाराज

लिएंडर पेस ओलंपिक में पुरुषों के डबल्स मुकाबले में अपनी पसंद का खिलाड़ी के न मिलने से नाराज़ हैं. विश्व में सातवीं वरीयता हासिल लिएंडर पेस एक मात्र भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्हें शीर्ष खिलाडि़यों की सूची में वरीयता हासिल होने के आधार पर सीधे ओलंपिक में प्रवेश मिला है. महेश भूपति और रोहन बोपन्ना के लिएंडर पेस साथ खेलने से इनकार के बाद अखिल भारतीय टेनिस संघ ने ओलंपिक में दो टीमें भेजने का फैसला किया और उनकी जोड़ी कहीं कम वरीयता वाले विष्णुवर्धन के साथ बना दी है.

समझौता फार्मूला

एआईटीए के समझौता फार्मूले के तहत मिक्सड डबल्स यानी मिश्रित युगल में लिएंडर पेस की जोड़ी सानिया मिर्जा के साथ बनाई गई है. सभी को खुश रखने की कोशिश के तहत अखिल भारतीय टेनिस संघ ये सुनिश्चित करना चाहता है कि कहीं लिएंडर पेस ओलंपिक खेलों से खुद को बाहर न कर लें. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अखिल भारतीय टेनिस संघ के वरिष्ठ चयनकर्ता रोहित राजपाल लिएंडर पेस से बात करने और उन्हें समझौता फार्मूले पर राजी करने के लिए लंदन जा रहे हैं. ये समझौता फार्मूला ओलंपिक में प्रविष्टि भेजने की समय सीमा खत्म होने के चंद घंटे पहले घोषित किया गया है. इस समझौता फार्मूला का मतलब ये है कि भारत कम से कम टेनिस की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेगा. लेकिन ये तभी होगा जब सानिया मिर्ज़ा को वाइल्ड कार्ड के आधार पर प्रवेश मिले. वाइल्ड कार्ड के आधार पर प्रवेश की घोषणा 28 जून को की जाएगी. अखिल भारतीय टेनिस संघ का कहना है कि उसका फैसला राष्ट्र के सर्वाधिक हित में है. संघ ने लिएंडर पेस के सर्वाधिक देशभक्त खिलाड़ी बताया है और उनसे अपील की है कि वो अपने साथी विष्णुवर्धन के साथ खेलें.

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