03

हजार से अधिक छात्र हॉस्टल्स में जिद पर अड़े हैं

780

ने अपना सामान समेट कर खाली कर दिया है हॉस्टल

18

मई है हॉस्टल खाली करने की अंतिम तारीख

20

मई को एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने वॉश आउट का दिया है अल्टीमेटम

150

से अधिक छात्रों को समर हॉस्टल में देना है पजेशन

एयू एडमिनिस्ट्रेशन, जिला व पुलिस प्रशासन ने बना ली है योजना

आरएएफ, पीएसी व पुलिस फोर्स लगाकर खाली करवायेंगे हॉस्टल

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में 03 जुलाई तक गर्मी की छुट्टी (शैक्षणिक अवकाश) हो चुकी है। कैम्पस में शिक्षक एवं छात्रों का आना बंद हो चुका है। ऐसे में अब छात्रों का झुंड हास्टल में ही बचा है। हास्टल में रह रहे छात्रों को 18 मई (थर्सडे) तक का अल्टीमेटम दिया गया था। इस डेट तक सभी को हास्टल छोड़कर जाना था। लेकिन हाल ये है कि हास्टल छोड़ने वालों की संख्या अभी तक 780 ही पहुंची है। ऐसे में जिला, पुलिस और एयू एडमिनिस्ट्रेशन के सामने बाकी बचे छात्रों को बाहर निकालना चुनौती है।

तीन हजार से ज्यादा हॉस्टलर्स

गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट का आदेश हास्टल वॉशआउट का है। इसके बाद जिला, पुलिस और एयू एडमिनिस्ट्रेशन के ऑफिसर्स के बीच कई चक्र की वार्ता हो चुकी है। हास्टल में रह रहे वैध छात्रों को 18 मई तक हास्टल खाली करके चले जाने का अल्टीमेटम दिया गया था। यह तिथि आज पूरी हो रही है। एयू डीएसडब्ल्यू डॉ। आरकेपी सिंह के मुताबिक वेडनसडे तक 780 छात्र-छात्राओं ने हास्टल छोड़ दिया था। अभी हास्टल्स में तीन हजार से अधिक छात्र-छात्रायें रह रहे हैं।

ऑफिसर्स के बीच बढ़ी बेचैनी

अंतिम तिथि तक हास्टल न छोड़ने पर अड़े छात्र-छात्राओं के चलते अब एयू एडमिनिस्ट्रेशन में बेचैनी देखने को मिल रही है। ऑफिसर्स चाह रहे थे कि छात्र खुद हॉस्टल छोड़ दें। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा। जानकारों का कहना है कि 20 मई से हॉस्टल्स में रेड डाली जानी है। यदि हास्टल खाली नहीं होते तो 20 मई से आरएएफ और पुलिस बल लगाकर हास्टल खाली करवाया जायेगा। इससे पहले छात्र आरएएफ का रौद्र रूप 28 को हुये बवाल में देख चुके हैं। इविवि में आपरेशन हॉस्टल वॉशआउट का काम समर हॉस्टल से शुरू होगा। यहां समर हॉस्टल के लिये अंतिम रूप से चयनित 150 से अधिक छात्रों को पजेशन भी देना है।

हॉस्टल के 14 कमरों में पंखे ही नहीं

पंत हास्टल के प्राचार्य का कार्यभार इविवि में संस्कृत विभाग के प्रो। उमाकांत यादव को डीएसडब्ल्यू की उपस्थिति में पूर्वाचल विवि जौनपुर के वीसी प्रो। राजाराम यादव ने ग्रहण करवाया। छात्रावास सभागार में अन्त:वासियों एवं कर्मचारियों के साथ हुई बैठक में सभी ने हास्टल की गरिमा बहाली के लिये काम करने की बात कही। अन्त:वासियों ने प्राचार्य को बताया कि हास्टल में वाटर प्यूरिफायर खराब है। 14 कमरों में पंखे ही नहीं हैं। प्रो। यादव ने दायित्व सौंपे जाने के लिये कुलपति प्रो। आरएल हांगलू को धन्यवाद भी दिया।

20 मई से हास्टल वॉशआउट का काम समर हॉस्टल से शुरू होना है। जो छात्र अभी हास्टल छोड़कर नहीं गये हैं। उन्हें कैसे बाहर किया जाये ? यह पुलिस और प्रशासन को सोचना है। पूरी योजना का क्रियान्वयन कैसे करना है? यह सबकुछ तय कर लिया गया है। सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त रहेंगे।

प्रो। राम सेवक दुबे, चीफ प्रॉक्टर, एयू

छात्र दाखिल करेंगे अवमानना याचिका

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल कर दी है। उनका कहना है कि हाईकोर्ट ने अन्त:वासियों को 21 मई तक हास्टल खाली करने का आदेश दिया था। लेकिन, एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने इसे घटाकर 18 मई कर दिया। वहीं हाईकोर्ट द्वारा अवमानना नोटिस जारी होने के बावजूद एएन झा हास्टल को समर हास्टल की सूची से बाहर न करने के खिलाफ छात्र संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष आनन्द कुमार सिंह ने भी अवमानना याचिका दाखिल करने का निर्णय किया है। उधर, 28 अप्रैल को हुये बवाल के बाद जेल में बंद छात्रनेताओं की जमानत के लिये न्यायिक प्रक्रिया तेज हो गई है। छात्रों को उम्मीद है कि सभी की रिहाई थर्सडे तक हो जायेगी।

स्टूडेंट्स की जमानत सेशन से मंजूर

यूनिवर्सिटी के छात्रों को कर्नलगंज पुलिस ने पथराव, आगजनी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उनकी जमानत सेशन जज एसके पचौरी ने अधिवक्ता शीतला प्रसाद मिश्र, प्रमोद सिंह, कौशलेश का तर्क सुनने के बाद मंजूर कर लिया।