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पीक ऑवर्स में मार्केट में गश्ती दल के पैदल भ्रमण का डीजीपी ने दिया आदेश

रात्रि गश्त में तैनात पुलिसवालों को स्पॉट की फोटो शेयर करनी होगी अफसरों को

त्योहारीसीजन में ही आदेश पर अमल सुनिश्चित कराने को कहा

ajeet.singh@inext.co.in

ALLAHABAD: लुटेरे या अपराधियों को किसी शहर से मतलब नहीं है। इतना जरूर है कि लुटेरे-टप्पेबाज उस टाइमिंग को ज्यादा प्रिफर करते हैं जब भीड़-भाड़ ज्यादा हो या फिर इलाका एकदम सुनसान हो। क्योंकि इन दोनों टाइम पर आमतौर पर पुलिस की न तो पिकेट दिखती है और न ही गश्ती दल का पता होता है। प्रदेश में होने वाली घटनाओं में यह तथ्य उजागर होने के बाद के प्रदेश पुलिस के मुखिया सक्रिय हो उठे हैं। उन्होंने सभी प्रमुख बाजारों में पीक ऑवर्स के साथ डल ऑवर्स में पुलिस की मौजूदगी सुनिश्चित करने का फुलप्रूफ प्लान बनाया है और इस पर इम्प्लीमेंट सुनिश्चित करने का आदेश सभी थानाध्यक्षों को दिया है।

रात में सेल्फी लेकर भेजें

नई लागू हो चुकी व्यवस्था में रात्रि गश्त के दौरान गलत लोकेशन देने वाले या फिर ड्यूटी के दौरान गायब होकर आराम फरमाने वाल पुलिस कर्मियों व अफसरों की खैर नहीं है। क्योंकि, अब उन्हें अपनी पल-पल की लोकेशन और रिपोर्ट जिले के बड़े पुलिस अधिकारियों को भेजनी होगी। इसका तरीका होगा सेल्फी। नेटवर्क होगा सोशल मीडिया ह्वाट्सएप। इसे बड़े अफसर चेक करेंगे। इसी के आधार पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। सेल्फी से तय होगा कि कर्मचारी या अधिकारी की लोकेशन क्या थी और ऐसा न होने की स्थिति में उनके जवाब भी मांगा जा सकता है। डीजीपी के इस आदेश के बाद आईजी जोन ने सभी पुलिस अधिकारियों और एसओ को इसका अनुपालन करने का सख्त निर्देश दिया है। कहा गया है कि त्योहार सीजन में इस पर अनिवार्य रूप से अमल किया जाय ताकि त्यौहार के लिए खरीदारी करने निकली पब्लिक लुटे न और पुलिस की छवि भी उसके अंदर अच्छी बने।

पुलिस ड्यूटी प्लेस से रहती है गायब

अक्सर देखा जाता है कि त्योहारों का सीजन हो या फिर हॉलीडे का दिन, इस दिन मार्केट और शापिंग माल्स में लोगों की आम दिनों के मुकाबले अधिक भीड़ होती है। इसका बात का फायदा कई बार अपराधिक किस्म के लोग उठाते है। बदमाश मौका देख भीड़ भाड़ वाले इलाका हो या फिर सुनसान जगह मौका देखते ही वह लूट, छिनैती के अलावा छेड़खानी की वारदातें करते हैं। इसके बाद वे आराम से निकल जाते हैं। जब तक सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंचती है और अपराधी का पीछा करने के लिए वायरलेस पर सूचना फ्लैश होती है, सब कुछ हाथ से निकल चुका होता है। इससे पब्लिक का पुलिस पर से भरोसा उठता है। डीजीपी के अनुसार इससे बाहर निकलने की जरूरत है। इन मौकों पर पुलिस की गश्ती टीम की मौजूदगी रहेगी तो अपराधियों में डर का माहौल बनेगा और पब्लिक बिना डर के अपना काम करके सुरक्षित घर लौट सकेगी।

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क्या चाहते हैं डीजीपी

मार्केट्स में पीक ऑवर्स में पुलिस की मौजूदगी

पुलिस गाडि़यों के स्थान पर गश्त पर पैदल निकले ताकि पब्लिक को में आसानी से उपलब्ध हो

अफसर भी अपनी टीम के साथ गश्त का हिस्सा बनें

तैनाती स्थान पर ही पुलिस की मौजूदगी से पस्त होगा अपराधियों का हौसला

छिनैती, लूट और छेड़खानी की घटनाओं में आएगी कमी

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फुट पेट्रोलिंग करने का निर्देश डीजीपी से मिला है। इसके तहत हफ्ते में छह दिन पैदल गश्त पर जोर दिया जाएगा। इससे पुलिस की उपलब्धता हमेशा पब्लिक के लिए बनी रहेगी और अपराधियों में पुलिस का खौफ भी होगा।

-केएस प्रताप

आईजी जोन, इलाहाबाद