GORAKHPUR: लगातार मासूमों की मौत के चलते बीआरडी प्रशासन अलर्ट है। किसी तरह की चूक ना हो इसके लिए बाल रोग विभाग, मेडिसीन, आई, गायनी, आर्थो, सर्जरी आदि विभागों में लगभग 105 डॉक्टर्स की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, प्रिंसिपल ऑफिस में विभाग से संबंधित सभी एचओडी को बुलाया गया। इस दौरान फैसला लिया गया कि डॉक्टर्स व चिकित्सा शिक्षकों की छुट्टियां कैंसिल कर दी जाए। जो लोग छुट्टी पर थे, उन्हें तत्काल ड्यूटी ज्वॉइन करने के निर्देश दिए गए हैं.

कानपुर से आए डॉक्टर्स

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हो रही मासूमों की मौत पर शासन बेहद सख्त है। मासूमों के बेहतर इलाज के लिए लगभग बीस डॉक्टर्स को बीआरडी भेजा जा रहा है। इसमें से शुक्रवार को सात डॉक्टर्स की एक टीम बीआरडी पहुंची और उसने अपनी सेवाएं देनी भी शुरू कर दी हैं। बीआरडी में डॉक्टर्स की कमी को देखते हुए लगभग 20 डॉक्टर्स को भेजने की कवायद शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को कानपुर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के एचओडी डॉ आरपी सिंह अपने 6 रेजिडेंट डॉक्टर्स की टीम के साथ बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। डॉ आरपी सिंह को दो महीने के लिए बीआरडी से अटैच किया गया है। सूचना यह भी है कि पीएमएस संवर्ग के लगभग 7 डॉक्टर किसी भी समय बीआरडी में अपनी सेवाएं देने पहुंच सकते हैं।

सफाई ठेकेदार को कमेटी की फटकार

बीआरडी की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए डीएम की ओर से गठित चार सदस्यीय कमेटी शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज के इंसेफेलाइटिस वार्ड पहुंची। अध्यक्ष अपर नगर मजिस्ट्रेट पंकज श्रीवास्तव के नेतृत्व में एसीएमओ डॉ। आईबी विश्वकर्मा, सजायक नगर आयुक्त संजय शुक्ला, मेडिकल कॉलेज के आई विभाग के एचओडी डॉ। रामकुमार जायसवाल ने पीआईसीयू, एनआईसीयू का जायजा लिया। वार्ड के आस पास गंदगी देखकर सफाई ठेकेदार को फटकार लगाई। इसके अलावा साफ-सफाई, वार्ड में लगे उपकरण, एसी, पंखे, बिजली और ऑक्सीजन आदि का निरीक्षण कर उसे तत्काल दुरुस्त करने को कहा। यह कमेटी हर दिन निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था, बाल रोग विभाग में लगे सभी उपकरण की जांच करेगी।