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BAREILLY: एलईडी स्ट्रीट लाइट्स की रोशनी में लो वोल्टेज का घोटाला सामने आया है। पता चला है कि शहर में जहां-जहां लाइटें लगाई गई हैं, उनके बल्ब निर्धारित मानक से कम वॉट के हैं, जो मद्धिम रोशनी दे रहे हैं। पब्लिक से इसकी शिकायतें आनी शुरू हुई। प्राथमिक जांच में आरोपों की पुष्टि भी हुई है। मामले पर नगर आयुक्त ने कंपनी को मानक के मुताबिक लाइट लगाने के आदेश दिए हैं। साथ ही, नियमानुसार कार्य नहीं पाए जाने पर शासन स्तर से कार्रवाई की संस्तुति की हिदायत दी है।

 

यूं हो रहा है बड़ा 'खेल'

नगर निगम पहुंच रही शिकायतों के मुताबिक शासन स्तर से निगरानी होने की वजह से कंपनी के कर्मचारी बेखौफ हो गए हैं। पार्को में लगाने के लिए प्रस्तावित 18 वॉट की एलईडी मोहल्लों में लगाई जा रही है। चौराहों और सड़कों पर लगने वाली 80 वॉट की एलईडी के स्थान पर कंपनी महज 35 वॉट की लाइट लगा रही है। शिकायतकर्ताओं ने संभावना जताई है कि पार्को में फिलहाल लाइट तक नहीं लगाई गई है। जबकि पुरानी लाइट्स रिप्लेस कर दी गई हैं। पार्को में अंधेरा पसरा हुआ है। बता दें कि नगर आयुक्त के आदेश पर कुछ जगहों पर लाइट्स बदली गई हैं। वहीं, कई इलाकों में जांच के आदेश जारी किए गए हैं।

 

वेरिफिकेशन के बाद पेमेंट

अपर नगर आयुक्त के मुताबिक शहर भर में लाइट रिप्लेस करने का ऑर्डर हो चुका है। एनर्जी एफिसिएंशी सर्विसेज लिमिटेड कंपनी रिप्लेसिंग का कार्य कर रही है। शासन स्तर से टेंडर प्रक्रिया संपन्न हुई और वहीं से कंपनी की सभी गतिविधियों पर निगरानी की जा रही है। शासन स्तर से टेंडर होने की वजह से नगर निगम फिलहाल कंपनी पर सीधे कार्रवाई नहीं कर सकता है। अनियमितता की कई शिकायत मिली हैं। रिप्लेसिंग का कार्य पूरा होने पर वेरिफिकेशन होगा। वेरीफिकेशन की रिपोर्ट में यदि एलईडी लाइट्स की क्वालिटी या क्षमता में मानकों के मुताबिक नहीं मिलने पर कंपनी का भुगतान नहीं होगा।

 

15 करोड़ सालाना है बिल

बरेली नगर निगम के प्रकाश विभाग ने शहर भर में करीब 26 हजार खंभों पर करीब 27,400 सोडियम लाइट्स लगाई हैं। प्रकाश विभाग के एसई जितेंद्र के मुताबिक मोहल्ले और कॉलोनीज की गलियों में 24 हजार और डिवाइडर्स पर करीब 1600 सोडियम लाइट्स लगाई गई हैं। जिनसे प्रतिमाह करीब 1.5 करोड़ और सलाना करीब 15 करोड़ रुपए का बिल भुगतान नगर निगम बिजली विभाग को कर रहा है। ऐसे में करोड़ों का राजस्व बिजली विभाग को देने से विकास कार्य प्रभावित होते हैं। जबकि इस बजट से इसमें सड़क, नाली, सीसी रोड, सीवर सुदृढ़ीकरण, पार्क सौंदर्यीकरण समेत अन्य कार्य हो सकते हैं।

 

एक नजर में

- 32 हजार खंभे लगे हैं गलियों व मोहल्लों में

- 24 हजार एलईडी लाइट्स लगेंगी खंभों पर

- 800 डिवाइडर पर लगे हैं खंभे, एलईडी लगी

- 1500 सोडियम लाइट हटी व एलईडी लगी

- 18 हजार एलईडी लाइट अभी लगाई जानी हैं

- 6 हजार एलईडी कंपनी ने अब तक की रिप्लेस

- 15 करोड़ प्रकाश विभाग देता है सलाना बिल

- 11.5 करोड़ रुपए की बचत, एलईडी लगने पर

- 3.5 करोड़ बिल विभाग को करना होगा भुगतान

- 250 वाट प्रत्येक सोडियम लाइट्स की है खपत

- 40 वाट मोहल्ले, 80 वाट हाइवे पर लगेंगी एलईडी

- 70 परसेंट तक बिजली बिल में बचत की संभावना

 

कम वॉट की एलईडी लाइट लगाने की शिकायत निवासी और पार्षद कर रहे हैं। कई जगहों पर कम वॉट की एलईडी लगाने की पुष्टि हुई है। कंपनी को मानक के मुताबिक कार्य करने के लिए कहा है। जांच में गड़बड़ी मिलने पर शासन स्तर से कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।

राजेश कुमार श्रीवास्तव, नगर आयुक्त