- गुलदार के आतंक से ग्रामीणों में दहशत

- ग्रामीणों ने की क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग

DHNAURI: धनौरी के जसवावाला गांव में खेतों में काम कर रहे लोग गुलदारों के हमले से बाल बाल बचे। ग्रामीणों ने ट्रैक्टर ट्रॉली छोड़ भागकर अपनी जान बचाई। खेत में काम करने के दौरान ग्रामीणों को चार गुलदारों ने घेर लिया था। इस घटना के बाद ग्रामीण दहशत में हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की है।

खेतों में पानी देने गए थे ग्रामीण

जानकारी के अनुसार जसवावाला गांव में शुक्रवार की देरशाम ग्रामीण शेर सिंह, अर¨वद, नीटू व कालू अपने खेतों में पानी दे रहे थे। इसके बाद जैसे ही वह धनौरी वापस आने के लिए ट्रेक्टर के पास पहुंचे। तभी खेतों के दोनों ओर से चार गुलदार अचानक उनके सामने आ धमके। इसके बाद ग्रामीणों ने लाठी-डंडो से गुलदारों को खेतों की ओर खदेड़ा और ट्रेक्टर छोड़कर जान बचाकर गांव की ओर भाग निकले। गांव पहुंचते ही ग्रामीणों ने गुलदारों का झुंड देखने की बात कही तो अन्य ग्रामीणों में भी दहशत का माहौल बन गया। इसके बाद ग्रामीण ट्रेक्टर-ट्रॉलियों से मौके पर पहुंचे और शेर सिंह व अर¨वद के ट्रेक्टर को लेकर गांव लौटे। बार-बार धनौरी क्षेत्र में बढ़ रहे गुलदार के आतंक के बावजूद वन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।

क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग

ग्रामीण आदित्य सैनी, मांगेराम, सुभाष, मुल्कीराज आदि ने वन विभाग से गुलदारों को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है। ग्रामीण आदित्य सैनी ने बताया कि गुरुवार की देर रात भी गुलदार ने कोटामुरादनगर के पास लगाए गए ¨पजरे के समीप चार कुत्तों को निवाला बनाया था, लेकिन इसके बाद भी वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं लक्सर में भी गुलदार की धमक से ग्रामीण दहशत में है। खानपुर रेंज के रेंजर एके ध्यानी का कहना है कि आबादी क्षेत्र में गश्त बढ़ाई गई है। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त ¨पजरे लगाए जाने के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।