मेरठ के ज़िला अधिकारी पंकज यादव ने बीबीसी को बताया कि कि शहर में तेंदुए के होने की ख़बर के बाद एहतियातन मेरठ ज़िले के शहरी क्षेत्र के सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं.

उधर, मेरठ के ज़िला वन अधिकारी सुशांत कुमार ने बताया कि तेंदुआ कहाँ हैं इस बारे में थोड़ी जानकारी मिली है लेकिन उसे अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है.

उनका कहना है कि बिजनौर से वन्य जीव विशेषज्ञों की टीम मेरठ आ चुकी है और वो तेंदुए को पकड़ने के लिए अपना अभियान शुरू कर चुके हैं.

मेरठ के पुलिस अधीक्षक नगर ओम प्रकाश ने बताया कि शहर में डर का माहौल नहीं है लेकिन लोगों से घर के बाहर न निकलने की अपील इसलिए की गई है ताकि भीड़भाड़ न हो और लोगों को नियंत्रित करने में पुलिस-प्रशासन को कठिनाई न हो.

'कर्फ्यू जैसे हालात नहीं'

ओमप्रकाश ने कहा, "तेंदुए के हिंसक होने की ख़बर नहीं है और न ही उसने किसी व्यक्ति पर हमला किया है. एक दो लोगों के घायल होने की जो ख़बर आ रही है वो तेंदुए के भागने के दौरान की बात है."

उन्होंने कहा कि ये ख़बर पूरी तरह से निराधार है कि मेरठ में कर्फ़्यू जैसे हालात हैं.

तेंदुए को पकड़ने के लिए सेना को तैनात किए जाने के बारे में ज़िला वन अधिकारी सुशांत ने कहा कि जब तक तेंदुआ सेना के छावनी परिसर के आसपास था तभी तक सेना ने इसे पकड़ने का प्रयास किया. आज सेना की मदद नहीं ली जा रही है.

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