- पिपराइच के बाद बड़हलगंज में फैली दहशत

- वनविभाग, पुलिस की टीम गांव में कर रही कैंप

BADHALGANJ: बड़हलगंज एरिया के खजुरीपांडेय में मंगलवार को तेंदुआ ने मुसीबत खड़ी कर दी। तेंदुआ के हमले में 16 लोगों के घायल होने की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम तमाशबीन बनी रही। पब्लिक का गुस्सा भड़कने पर पुलिस ने तेंदुआ पर चार राउंड गोली दाग दी। गोली चलने से भड़के तेंदुआ ने गगहा के इंस्पेक्टर और सिपाही पर हमला कर दिया। सुबह से लेकर शाम तक तेंदुआ पकड़ने में इंतजाम न होने से गुस्साई पब्लिक ने बड़हलगंज के पास गोरखपुर-वाराणसी हाइवे जाम करके प्रदर्शन किया। गाडि़यों में तोड़फोड़ होने पर पुलिस ने लाठी चार्ज करके जाम खुलवाया। इससे करीब दो घंटे आवागमन ठप रहा। शनिवार को पिपराइच एरिया के चिलबिलवार में तेंदुआ देखा गया था।

खेत से निकलकर बोला हमला

खजुरीपांडेय निवासी नागेंद्र बड़हलगंज थाना में होमगार्ड है। मंगलवार की सुबह उसका 18 साल का बेटा सूरज अपने तीन साल के भांजे अभय के साथ घर के बाहर खेल रहा था। तभी अचानक मक्का के खेत से निकले जानवर ने सूरज पर हमला बोल दिया। वह तीन साल के बच्चे को खींचकर ले जाने की कोशिश करने लगा। सूरज के शोर मचाने पर परिवार के लोग बाहर निकले। उन लोगों ने देखा कि तेंदुआ बच्चे को पंजा मार रहा है। लाठी-डंडा लेकर लोग दौड़े तेंदुआ भागकर बगल के नेदुआ टोले में घुस गया।

घर में कैद हो गए लोग

तेंदुआ निकलने की सूचना कुछ देर में जंगल के आग की तरह फैल गई। आसपास गांव के लोग लाठी-डंडा, भाला लेकर सक्रिय हो गए। लोगों ने तेंदुआ की तलाश शुरू कर दी। भीड़ देखकर इधर-उधर भागते हुए तेंदुआ ने कई लोगों को घायल कर दिया। लोगों के खदेड़ने पर उसरापार गांव के भरत यादव के मकान में बने भुसैले में छिप गया। तेंदुआ के डर से उनके परिवार की दो महिलाएं और एक बच्चा भी घर में कैद हो गए। भुसैले में तेंदुआ छिपने की आशंका में लोगों ने घर घेर लिया। लोगों ने तेंदुआ निकलने की सूचना वन विभाग को दी। अनहोनी की आशंका जानकर पुलिस भी गांव में पहुंच गई। डीएफओ आरबी यादव, एसडीएम नलिनी कांत सिंह सहित कई अधिकारियों ने गांव में कैंप करना शुरू कर दिया। उधर तेंदुए के हमले में घायल गांव के ही राजन की पत्नी सरिता, बृजेश यादव (21), सुरेन्द्र (26), व सुबेदारनगर मौर्य (47) सहित अन्य 12 अस्पताल पहुंचाया गया।

पहले भी निकल चुका है तेंदुआ

23 जुलाई 2016- पिपराइच एरिया के चिलबिलवा स्थित आम के बाग में तेंदुआ देखा गया। तीन दिनों तक लोग उसकी तलाश करते रहे। लेकिन पकड़ नहीं पाए।

23 अप्रैल 2016- महराजगंज के देवपुर गांव में लक्ष्मीपुर वन क्षेत्र में तेंदुआ निकला। उसके हमले में 10 लोग घायल हो गए।

11 अप्रैल 2016- गोला एरिया के देवकली, कुड़वा आम गांव में तेंदुआ निकला, उसे पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम कांबिंग करती रही।

03 मई 2015- बांसगांव एरिया के रघुआडीह में तेंदुआ निकला। उसके हमले से तीन लोग घायल हो गए थे। एक पुराने मकान के पास निकला तेंदुआ लोगों के परेशानी का शबब बना रहा।

10 दिसंबर 2015 - महराजगंज, सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के नक्शा-बक्शा गांव के पास तेंदुआ निकला। गांव के लोगों ने तेंदुआ को घेरकर मार डाला।

26 दिसंबर 2014 - बरगदवां-मोहरीपुर में फर्टिलाइजर से निकलकर पहुंचकर तेंदुआ आबादी में पहुंच गया। तेंदुए को घेरने के चक्कर में कई लोग घायल हो गए।

25 दिसंबर 2010- गुलरिहा के भरवलिया में तेंदुआ निकला था। तेंदुआ के हमले में आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे।

वर्जन

तेंदुआ निकलने की सूचना से वन विभाग की टीम अलर्ट है। लोगों को सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। भीड़ से जानवर के आक्रामक होने पर वह लोगों को घायल कर सकता है। इसलिए सभी लोग अपने-अपने घरों में रहे। खासकर, बच्चों को दूर रखने को कहा गया है।

बीडी यादव, डीएफओ, गोरखपुर वन प्रभाग