Ranchi: इतना ही नहीं, नाक से भी लगातार ब्लीडिंग का होना भी कुष्ठ रोग की बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसे में समय रहते एक्सप‌र्ट्स से जरूर राय लें, वरना यह जान के लिए भी खतरा बन सकता है। व‌र्ल्ड लेप्रोसी डे के मौके पर मंगलवार को रिम्स के स्किन डिपार्टमेंट में आयोजित कार्यक्रम में एचओडी डॉ एसएस चौधरी ने कहा कि अगर कुष्ठ रोग की समय पर पहचान व इलाज शुरू हो जाए तो इससे पूरी तरह निजात मिल सकती है। मौके पर एक्टिंग डायरेक्टर डॉ आरके श्रीवास्तव, सुपरिटेंडेंट डॉ एसके चौधरी, डॉ डीके मिश्रा और डॉ प्रभात कुमार समेत बड़ी संख्या में मेडिकोज मौजूद थे।

 

फ्री ट्रीटमेंट का इंतजाम

स्किन में अगर कोई दाग है और वह ठीक नहीं हो रहा है। इसके अलावा दाग वाली जगह पर कुछ महसूस नहीं होता है। तो ऐसी स्थिति में तत्काल स्किन स्पेशलिस्ट या कुष्ठ केंद्र में जाकर मुफ्त इलाज करा सकते है। साथ ही चेहरे पर सूजन का कई दिनों तक रहना भी कुष्ठ के ही लक्षण है। कुष्ठ के लिए दवा केंद्र में दवाइयां भी मुफ्त में उपलब्ध कराई जा रही है।

 

संपर्क से भी फैलती है बीमारी

कुष्ठ रोग को लोगों ने सोशल स्टिगमा बना दिया है। यही वजह है कि रांची में एक कुष्ठ कालोनी बना दी गई है, जहां सिर्फ कुष्ठ रोगी रहते हैं। डायरेक्टर डॉ आरके श्रीवास्तव ने कहा कि यह बीमारी लंबे समय तक मरीज के संपर्क में रहने से हो सकता है। चूंकि यह बीमारी छूने और सांस लेने से भी फैलती है, इसलिए किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से तुरंत ट्रीटमेंट कराएं।