- 83 दुकानों को डेली बेसिस पर उठाना आबकारी विभाग की 'मजबूरी'

- हर राउंड के साथ घटते जा रहे देसी शराब की दुकानों के लिए आवेदन

BAREILLY:

शराब की 83 दुकानों को डेली बेसिस पर आबकारी विभाग संचालन कराएगा। 14 अप्रैल को दुकानों के लिए हुए तीसरे राउंड की लॉटरी प्रक्रिया में 106 दुकानों के लिए महज 23 आवेदन ही हुए थे। जिसके बाद 83 दुकानें खाली रह गईं थी। अब एकमुश्त रकम जमा कर खाली रह गई इन दुकानों पर लॉटरी प्रक्रिया में चयनित हुए लाइसेंसधारक संचालन करा सकते हैं। हालांकि, डेली बेसिस पर संचालन के निर्देश आबकारी हेडक्वार्टर से अभी आना शेष है। ओके का आदेश मिलने के साथ ही, दुकानों को होल्ड करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

मार्केट में मुनाफा चाहिए

आबकारी विभाग के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक मार्केट मुनाफे पर चलता है। एक खेमे की लॉबिंग को खत्म करने के लिए ओपन टेंडर होने के बाद मुनाफा न देने वाली दुकानों पर आवेदन होना मुश्किल है। कहा कि सर्वाधिक बिक्री मॉडल शॉप और फुटकर इंग्शिन शराब की होती है। पहले चरण में ही इन दुकानों पर आवेदन हो गए और आवंटित भी हो गई। पहले राउंड में देसी शराब की 312 दुकानों पर ही आवेदन हुए। इसके बाद 60 और अब सिर्फ 23 दुकान पर आवेदन हुए। जिसके बाद भी 83 दुकानें खाली रह गई हैं। जिन पर आगामी चरण में 5 या 10 दुकानों पर ही आवेदन होगा व शेष खाली रहेंगी।

यहां बनती है कच्ची शराब

आबकारी विभाग की ढुलमुल कार्रवाई का नतीजा है कि देशी शराब की 83 दुकानों पर कोई आवेदन नहीं हुआ है। बता दें कि 83 में से करीब 60 दुकानें ऐसे जगहों पर हैं जहां कच्ची शराब बनाई और बेची जाती है। वहीं, अक्सर दुकान पर हंगामा भी होता है। सस्ती होने से कच्ची शराब की धड़ल्ले से बिक्री होती है। ऐसे में इन दुकानों पर सेल न के बराबर होती है। जिसके चलते इन दुकानों पर आवेदन करने को कोई तैयार नहीं है। हालांकि, आबकारी विभाग ऐसी किसी संभावना से इनकार कर रहा है। जबकि कई लोगों ने लॉटरी में चयन होने के बाद भी ऐसी जगहों पर दुकानों का लाइसेंस नहीं लिया।

मुख्यालय के आदेशानुसार खाली रह गई दुकानों का आवंटन किया जाएगा। संभावना है कि डेली बेसिस के तहत संचालन कराया जाए।

शिव हरि मिश्र, उपायुक्त, आबकारी विभाग