RANCHI : हटिया ग्रिड से गुरुवार से पावर सप्लाई नॉर्मल हो जाएगी। यहां के जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने की तैयारी चल रही है। झारखंड ऊर्जा विकास वितरण निगम के एमडी राहुल पुरवार ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हटिया ग्रिड के ट्रांसफार्मर में आग लगने की वजह थंडरिंग नहीं है, बल्कि इसके पीछे कहीं न कही तकनीकी गड़बड़ी व कर्मियों की लापरवाही है। इसके लिए एक जांच कमिटी बनाई गई है।

की जा रही वैकल्पिक व्यवस्था

24 अप्रैल को हटिया ग्रिड के 50-50 एमवीए दो ट्रांसफार्मर जल जाने से बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। इस ग्रिड से हर दिन 140 मेगावाट बिजली सप्लाई होती है, लेकिन अभी मात्र 65 मेगावाट बिजली मिल रही है। ऐसे में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत लोहरदगा ग्रिड से आईटीआई और पुदांग सब स्टेशन को जोड़ा जा रहा है। ओरमांझी को सिकिदरी से जोड़ा गया है। इसके अलावा कांके ग्रिड का फीडर भी तीन मई से चालू कर दिया जाएगा। इसे मोरहाबादी फीडर से जोड़ा जाएगा। ऐसे में नया ट्रांसफार्मर लगने तक बिजली आपूर्ति को सामान्य बना लिया जाएगा। यह जानकारी झारखंड उर्जा विकास निगम के एमडी ने दी।

जनजीवन पर पड़ रहा असर

रांची को हर दिन 225 मेगावाट बिजली की जरूरत है, पर मात्र 150 मेगावाट ही बिजली मिल पा रही है। जरूरत से कम बिजली सप्लाई की वजह से बिजली की लोड शेडिंग हो रही है। पीक-आवर में दो-दो घंटे तक बिजली गुल होने के कारण जनजीवन पर व्यापक असर पड़ रहा है।

लापरवाही से जला ट्रांसफार्मर

कांट्रैक्ट पर काम कर रहे 555 तकनीकी कर्मचारियों व पदाधिकारियों की हड़ताल की वजह से दैनिकभोगी कर्मी व लाइनमैन सब स्टेशन व ग्रिड का मेंटनेंस का काम देख रहे हैं। पांच दिन पहले जब हटिया ग्रिड का जंफर कट गया तो एक दैनिकभोगी कर्मी ने जंफर की मरम्मत किए बगैर पावर ट्रांसफार्मर को चालू कर दिया। इस वजह से दो ट्रांसफार्मर जल गए। ट्रांसफार्मर जलने के करीब पांच करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। हालांकि, बिजली बोर्ड का कहना है कि ठनका गिरने से हटिया ग्रिड का ट्रांसफार्मर जला है।

कर्मियों की हड़ताल से बढ़ी परेशानी

बिजली आपूर्ति को सामान्य बनाए रखने में एक बड़ी बाधा कांट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मियों की हड़ताल है। सेवा स्थायी करने समेत कई मांगों को लेकर वे पिछले 15 दिनों से हड़ताल पर डटे हुए हैं। इनकी हड़ताल की वजह से ग्रिड और सब स्टेशन में मेंटनेंस का काम प्रभावित हो रहा है। इसी वजह से 24 अप्रैल को हटिया ग्रिड के दो ट्रांसफार्मर जल गए। ट्रांसफार्मर के जलने के कारण कई इलाकों में अंधेरा छा गया था। वैसे, वैकल्पिक व्यवस्था के तहत 10 से 12 घंटे तक लोड शेडिंग कर इन इलाकों में बिजली सप्लाई की जा रही है।

इन इलाकों में है बिजली संकट

हटिया ग्रिड से 12 फीडर व सब स्टेशन जुड़े हुए हैं। ऐसे में यहां दो ट्रांसफार्मर के जल जाने से हरमू, राजभवन, गोंदा, अरगोड़ा, विधानसभा, हटिया और अशोकनगर इलाका अंधेरे में है। यहां 10 से 12 घंटे तक बिजली गुल रह रही है। बिजली बोर्ड का कहना है कि हैदराबाद से नया ट्रांसफार्मर मंगाया जाएगा। इसके आने में समय लग सकता है।

स्टॉक में रखे जाएंगे ट्रांसफार्मर

एमडी राहुल पुरवार ने कहा कि लोकल डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर के अचानक खराब होने से उसे बदलने में समय लग जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए अब रोस्टर तकनीक बनाई जाएगी। इससे खराब ट्रांसफार्मर को बदलने में आसानी हो जाएगी।