आरटीओ कार्यालय में सिम्युलेटर सिस्टम पर होगा ड्राइविंग टेस्ट

Meerut। हो सकता है कि जल्द ही आरटीओ में आपको ड्राइविंग लाइसेंस के लिए एक बंद कंप्यूटराइज्ड डिवाइस में बैठाकर गाड़ी का हैंडिल थमा दिया जाए। इसके बाद यहां होने वाले ड्राइविंग स्किल्स चेकअप में पास होने के बाद ही आपको डीएल दिया जाएगा।

होगी थ्री डी तकनीक

सिम्युलेटर का प्रयोग इसरो और अन्य एयरोस्पेस सेंटर्स में किया जाता है। यहां एक थ्री डी तकनीक पर बेस केबिन में कार के अंदर का पूरा माहौल बना होता है और सामने स्क्रीन पर सड़क दिखती है। थ्री डी तकनीक के माध्यम से आवेदक को सिम्युलेटर में गाड़ी सड़क पर चलती दिखती है। जिसे आवेदक को ब्रेक, क्लेच से कंट्रोल करना होता है।

सिम्युलेटर करेगा पास

सिम्युलेटर सिस्टम में चालक का भीड़भाड़, उबड़-खाबड़ रास्तों व अचानक स्क्रीन के सामने जानवर आ जाने जैसी परिस्थितियों व कई अन्य चीजों का टेस्ट लिया जाएगा। ऐसे में चालक यदि कोई गलती करता है तो उसे लाइसेंस नहीं दिया जाएगा।

आरटीओ कार्यालय में सिम्युलेटिंग सिस्टम लाने पर अभी केवल विचार चल रहा है। इसके लागू होने के बाद लाइसेंस प्रणाली में काफी सुधार होगा।

डॉ। विजय कुमार, आरटीओ

परिवहन कार्यालय में जगह की कमी के चलते ड्राइविंग टेस्ट नहीं हो पाता है। ऐसे में यह सिस्टम काम करेगा।

संकल्प सिंह

सिम्युलेटिंग डिवाइस का प्राईवेट कार ड्राइविंग स्कूलों द्वारा कई शहरों में प्रयोग किया जाता है। सरकारी विभाग में अभी तक इसका प्रयोग शुरू नही हुआ है।

शिशिर कौशिक

सिम्युलेटर सिस्टम उन जगहों के लिए है, जहां टेस्टिंग के लिए जगह की कमी है। वैसे ड्राइविंग टेस्ट के लिए यह एक बेहतर विकल्प है।

देवेंद्र