>RANCHI: हटिया-व‌र्द्धमान ट्रेन से विस्फोटक बरामदगी मामले में डॉ इंतजार अली को रेलवे पुलिस ने रेलवे कोर्ट में अर्जी देकर तीन दिनों की रिमांड पर ले लिया है। दिल्ली से आई नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी(एनआईए)स्पेशल ब्रांच ने शनिवार को इंतजार से दिन ार पूछताछ की। लेकिन, इंतजार टस से मस नहीं हुआ। बार-बार यही कहता रहा कि वह निर्दोष है। उसके सामने की सीट पर विस्फोटक से ारा बैग रा था। जब कोई नहीं था, तो उसने उसे सिर्फ ाोल कर देा था। इसके बाद बैग को बंद कर अपनी सीट पर बैठ गया था।

लाई डिटेक्टर टेस्ट होगा!

मालूम हो कि डॉ इंतजार अली से एनआईए, आईबी, पुलिस, स्पेशल ब्रांच की टीम लगातार पूछताछ कर रही है। इसमें इंतजार अली ने आतंकियों से लिंक होने के बारे में कोई जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया। इंतजार सच बोल रहा है या झूठ। एजेंसी इसका फैसला नहीं ले पा रही है। ऐसे में जरूरत पड़ने पर एनआईए इंतजार का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवा सकती है?

सैंपल ोजा गया लेब्रोटरी

ट्रेन से बरामद बैग में आरडीएक्स है या नहीं। इसकी जांच के लिए विस्फोटक को फॉरेंसिक लैब ोजा गया है। इसके बाद ही पता चलेगा कि आािर विस्फोटक में क्या-क्या है। पूछताछ में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि अबतक इंतजार से जितनी ाी बातें पूछी गई है। उनमें उसके आतंकी लिंक का पता नहीं चला है।

आईएम का ात्म हुआ शिड्यूल

गौरतलब हो कि पटना सीरियल बम लास्ट के बाद से इंडियन मुजाहिददीन का शिड्यूल लगाग खत्म हो चुका है। एटीएस और एनआईए टीम ने उन साी आतंकियों को गिरतार कर लिया है, जो ब्लास्ट कांड में शामिल थे। उस मामले में पटना एनआईए कोर्ट में गवाही प्रक्रिया ाी चल रही है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बरामद विस्फोटक में सुतली बम ाी मिला है। इन सुतली बमों का इस्तेमाल आतंकी नहीं करते है। तीसरी संावना यह देाी जा रही है कहीं इंतजार का व‌र्द्धमान लास्ट कांड से लिंक तो नहीं है। जांच करने पर यह पता चलेगा कि आािर विस्फोटक किसके हैं। कौन ला रहा था? आदि-आदि।

प्रथम द्रष्टया में पुलिस इंतजार अली को आतंकी मानकर जांच कर रही है।