एक आरटीआई के जबाव में सामने आया सच
-भैंसाली बस अड्डा ध्वस्त, धूप में खड़े हो रहे यात्री
मेरठ: भैंसाली बस डिपो में परिवहन विभाग यात्रियों को छायादार प्लेटफार्म उपलब्ध करा रहा है, गर्मियों में प्यास बुझाने के लिए यात्रियों को शीतल जल पिला रहे हैं और महिला-पुरुष के लिए पृथक शौचालय हैं। झूठी, जाली और फर्जी सूचनाओं को परिवहन विभाग ने एक आरटीआई के जबाव में लिखा है। दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर का नकली दावा भी विभाग ने किया है।
दिया फर्जी जबाव
आरटीआई एक्टिविस्ट लोकेश खुराना ने 6 बिंदुओं पर 25 अप्रैल को भैंसाली डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगी। लोकेश ने विभिन्न जानकारियों के साथ परिवहन विभाग से पूछा कि क्या भैंसाली डिपो में यात्री सुविधाएं बहाल हैं। 17 मई को विभाग की ओर से दी गई कि जानकारी में भैंसाली डिपो के सहायक क्षेत्रीय अभियान के झूठ ने विभाग की सुचिता पर ही सवाल उठा दिया।
ध्वस्त पड़ा डिपो
भैंसाली डिपो की क्षतिग्रस्त मुख्य बिल्डिंग को पिछले दिनों जमींदोज कर दिया गया। फिलहाल भैंसाली बस डिपो में खुले आसमान के नीचे बसें खड़ी होती हैं तो भीषण गर्मी में यात्रियों को भी खुले में ही बस पकड़नी होती है। यात्री सुविधा के नाम पर पीने का पानी यात्रियों को मयस्सर नहीं है तो वहीं शौचालय के लिए भी सभी को परेशानी उठानी पड़ रही है।
कहां है व्हील चेयर?
आरटीआई में बस स्टैंड पर दिव्यांग यात्रियों के लिए व्हील चेयर की स्थापना के बाबत सवाल किया गया तो सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने दावा किया कि नि:शुल्क व्हील चेयर दिव्यांग यात्रियों के लिए परिसर में मौजूद है, अब ये व्हील चेयर कहां है? ये दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम को तलाशने की बाद भी नहीं मिली।
अन्य जानकारी
-प्रति यात्री 86 पैसा प्रति किमी किराए के तौर पर परिवहन वसूल रहा है।
-टिकट धनराशि में एलआईसी, पीएफ, टीटी, आईटी और वाईआर की धनराशि भी शामिल है।
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आरटीआई के जवाब में परिवहन निगम की ओर से दी गई गई जानकारी फर्जी है। इसकी शिकायत राज्य सूचना आयोग में कर रहा हूं। यात्री सुविधाओं के नाम पर पब्लिक के साथ विभाग छलावा कर रहा है।
-लोकेश खुराना, आरटीआई एक्टिविस्ट
आरटीआई के जबाव में सूचनाएं दी गई है। कुछ कमी हो सकती है। हालांकि डिपो का निर्माण कार्य जल्द आरंभ होने जा रहा है।
-अनिल अग्रवाल
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक
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पैसेंजर्स सेज
यात्री सुविधाओं के नाम पर छलावा कर रहा परिवहन विभाग। यात्रियों के बैठने के लिए बेंच तक नहीं है।
-मंजीत सिंह, यात्री
कहां है पीने का ठंडा पानी? मैं तो बहुत देर से तलाश कर रहा है। यहां भीषण गर्मी में दम निकला जा रहा है।
-मनोज अग्रवाल, यात्री
शौचालय की सुविधा बस डिपो में नहीं है। सरकार यात्री सुविधा का दावा कर रही है, किंतु यहां तो उल्टा हो रहा है।
-बनारसी, यात्री