35 से अधिक स्वीमिंग पूल शहर में

30 से अधिक निजी स्वीमिंग पूल में दी जाती है ट्रेनिंग

12 के करीब होटलों में भी हैं स्वीमिंग पूल

3 वाटर पार्क भी हैं शहर में

शुरू किया जाएगा कोर्स

- अब राजधानी में भी किया जाएगा लाइफ सेवर सर्टिफाइड कोर्स

- यूपी स्वीमिंग एसोसिएशन की देखरेख में चलेगा कोर्स

- रेडक्रास सोसाइटी देगी फ‌र्स्ट एड की ट्रेनिंग, पांच दिन की ट्रेनिंग अनिवार्य

- कोर्स के बाद प्रैक्टिकल एग्जाम पास करना होगा जरूरी

- राजधानी के वाटर पार्को, पूलों और स्कूलों में भी नहीं तैनात हैं क्वालीफाइड लाइफ सेबर

- कर्नाटक से आए एक्सपर्ट के साथ यूपी स्विमिंग एसोसिएशन ने राजधानी में लिया था टेस्ट

LUCKNOW:

स्वीमिंग एसोसिएशन के अधिकारी उस समय दंग रह गए जब उन्हें पता चला कि राजधानी के पूलों में तैनात लाइफ सेवर अनट्रेंड हैं। एसोसिएशन ने राजधानी में लाइफ सेवर के लिए ओपन टेस्ट कराया था, जिसमें शहर के स्वीमिंग पूल, वाटर पार्क आदि में तैनात सौ लाइफ सेवर शामिल हुए थे। जिससे से सभी इस टेस्ट में फेल हो गए। इसके बाद यूपी स्वीमिंग एसोसिएशन ने पांच दिन का कोर्स कराया, जिसके बाद लिए गए टेस्ट में राजधानी के 23 लोग सफल हुए।

एक्सीडेंट के बाद सबसे ज्यादा डूबने से मौतें

यूपी स्विमिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि देश में एक्सीडेंट के बाद सबसे ज्यादा मौतें डूबने से होती हैं। एसोसिएशन ने यह बात स्वीमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के सामने रखी तो फेडरेशन ने सभी राज्यों की स्वीमिंग बॉडी को अपने यहां सर्टिफाइड लाइफ सेविंग कोर्स कराने की अनुमति दी। राजधानी में इस कोर्स के प्रचार-प्रसार के लिए टेस्ट कराया गया तो एक भी लाइफ सेवर इसमें पास नहीं हुआ।

पांच दिन के कोर्स के बाद

इसके बाद राजधानी में लाइफ सेवर को कर्नाटक के एस्सपर्ट से पांच दिन का कोर्स कराया गया और फिर उनका टेस्ट लिया गया। इस बार टेस्ट में शहर के 23 और अन्य जिलों के दो लाइफ सेवर सफल हुए। इस कोर्स में रेडक्रास सोसायटी को भी शामिल किया गया है।

जाना पड़ता था कोलकाता

राजधानी के लोगों को अभी तक लाइफ सेविंग कोर्स करने के लिए कोलकाता जाना पड़ता था। ऐसे में स्वीमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने सभी राज्यों को लाइफ सेविंग कोर्स कराने के निर्देश दिए हैं।

लाइफ सेविंग सर्टिफाइड कोर्स करने वालों को ही पूलों पर तैनात किया जाएगा। उन्हें लोगों को डूबने से बचाने के साथ ही फ‌र्स्ट एड की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इस तरह से पूलों में होने वाली मौतों को कम किया जा सकेगा।

रविन कपूर, सचिव,

यूपी स्विमिंग एसोसिएशन

पांच दिन की ट्रेनिंग अनिवार्य

इस कोर्स में पांच दिन की ट्रेनिंग करना अनिवार्य होगा। यूपी स्वीमिंग एसोसिएशन उन्हें एक्सपर्ट उपलब्ध कराएगा। कोर्स में रेडक्रास सोसाइटी डूबने वालों को फ‌र्स्ट एड देने की ट्रेनिंग देगी। कोर्स पास करने वाले लाइफ सेवर को जो सर्टिफिकेट मिलेगा, उस पर स्वीमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया, उसके महासचिव, संबंधित राज्य के अध्यक्ष और महासचिव के साथ ही रेडक्रास सोसाइटी के अधिकारियों के साइन होंगे।

जो करेगा कोर्स, उसी को जॉब

यूपी स्वीमिंग एसोसिएशन के सचिव रविन कपूर ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों को इस कोर्स की जानकारी दे दी गई है। पहले बैच में 23 लोग ही क्वालीफाई कर सके। आने वाले दिनों को यह कोर्स करने वाले ही लाइफ सेवर की जॉब मिलेगी। हर चार या पांच साल में लाइफ सेवर को यह कोर्स फिर से करना होगा।

पूल में हो चुकी हैं कई मौतें

- केडी सिंह बाबू स्टेडियम में 1977 में एचएएल के इंजीनियर की डूबने से मौत।

- केडी सिंह बाबू स्टेडियम में 1997 में कनुप्रिया मौत। इसी वर्ष एमबी क्लब में अभिनव द्विवेदी की डूबने से मौत।

- 2004 में सीमा पैलेस के स्वीमिंग पूल ने एक बच्चा डूबकर मरा।

- गुरु गोविंद सिंह स्पो‌र्ट्स कॉलेज के स्वीमिंग पूल में एक क्रिकेटर डूबा।

- 2017 एलपीएस गोमतीनगर में डूबने से एक बच्चे की मौत।

- फैजाबाद रोड नंद गांव में बने स्वीमिंग पूल में डूबने एक बच्चे की मौत।

- 2018 में कॉल्विन ताल्लुकेदार्स के स्विमिंग पूल और आलमबाग स्थित रेलवे के स्विमिंग पूल में दो छात्रों की डूबने से मौत।