RANCHI: रिम्स में मरीजों व परिजनों को ऊपरी तल्ले पर ले जाने के लिए पर्याप्त सुविधाओं के दावे किए जाते हैं, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में 11 लिफ्ट हैं, जिनमें से 6 खराब पड़ी हैं। रखरखाव के अभाव में कई लिफ्ट महीनों से खराब हैं। जो लिफ्ट सही हैं उनमें भी मरीजों को अक्सर जगह नहीं मिल पाती है। गांव से आए हुए मरीजों को ऊपरी तल्लों में ले जाने के लिए तैनात लिफ्ट मैन ज्यादातर गायब ही रहता है। सीओटी के पास दो लिफ्ट हैं, जहां से ज्यादातर गंभीर मरीजों को ऊपरी तल्ले में ले जाया जाता है। लेकिन, यहां भी एक लिफ्ट महीनों से खराब है। गौरतलब हो कि सोमवार को लिफ्टमैन व किचन स्टाफ की लापरवाही से प्रसव पीड़ा से तड़प रही सुनीता नामक महिला की मौत हो गई।

खाना ले जाने को है रैंप की व्यवस्था

रिम्स में मरीजों को खाना पहुंचाने के लिए रैंप की व्यवस्था है, लेकिन किचन स्टाफ कभी भी उसका उपयोग नहीं करते। सीओटी के पास की सिर्फ एक ही लिफ्ट काम करती है। मरीजों को तीनों टाइम खाना इसी से पहुंचाया जाता है। इससे मरीजों को अक्सर परेशानी होती है। लेकिन, अभी तक प्रशासन की नजर इस ओर नहीं गई।

समय से लिफ्ट मिलती तो नहीं जाती सुनीता की जान

इधर, मृतका के पति कार्तिक उरांव एवं देवर मंगल उरांव साथ में आए थे। मंगल ने बताया कि समय से लिफ्ट मिल जाती तो सुनीता की जान बच सकती थी। घरवालों ने सोमवार की दोपहर गांव पहुंच कर सुनीता का दाह संस्कार कर दिया। सुनीता का यह तीसरा बच्चा होना था। उसके दो पुत्र राहुल(10) एवं राज (5साल) पहले से हैं।