- शहर में ही महीने लगभग 600 बार आती है लाइन ट्रिपिंग की समस्या

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BAREILLY:

BAREILLY:

शहरवासियों को लाइन ट्रिपिंग की समस्या से डेढ़ महीने बाद पूरी तरह से राहत मिलने का बिजली विभाग ने बड़ा दावा किया है। फ्क् जुलाई से बरेली को 'नो ट्रिपिंग' जोन घोषित कर दिया जाएगा, जिसके बाद फॉल्ट से लाइट कटौती की समस्या दूर हो जाएगी। यूपी पॉवर कारपोरेशन ने बरेली समेत प्रदेश के क्7 नगर निगमों को बिजली कटौती मुक्त करने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया है। इस क्रम में यूपीपीसीएल के चेयरमैन आलोक कुमार ने सभी वितरण निगमों के एमडी को इसकी मॉनीटरिंग करने और एक्शन प्लान के अनुसार काम तेजी से कराने के निर्देश दिए हैं।

ख्9ख् घंटे महीने में कटौती

शहर में लाइन ट्रिपिंग की समस्या बहुत ज्यादा है। चारों डिवीजनों के अंतर्गत आने वाले क्क्7 फीडर पर हर महीने औसतन भ्8भ् बार ट्रिपिंग होती है। एक बार लाइन ट्रिपिंग पर उसे सही करने में करीब फ्0 मिनट का समय लगता है। इस हिसाब से महीने के 7ख्0 घंटे में ख्9ख् घंटे बिजली ट्रिपिंग के चलते गुल रहती है। पावर कारपोरेशन ने बिजली विभाग के अधिकारियों को इस फॉल्ट पर रोक लगा कर निर्धारित समय के अंदर बरेली को 'नो ट्रिपिंग' जोन बनाने के आदेश दिए हैं। ताकि, उपभोक्ताओं को बिजली कटौती से राहत मिल सके।

तो एक ट्रांसफॉर्मर की कटेगी लाइट

शहर को 'नो ट्रिपिंग' जोन बनाने के लिए एक्शन प्लान तय कर लिया गया है। शहर को कटौती मुक्त बनाने के लिए ट्रांसफॉर्मर और फीडर पर एलटीएम एमसीबी और एलटी फ्यूज यूनिट और ट्रिप पोल मैनुअल ऑपरेटर की व्यवस्था की जाएगी। किसी कारणवश कोई फॉल्ट भी हो गया तो पूरे शहर की बत्ती नहीं गुल होगी। इस नई व्यवस्था से पार्टिकुलर एक ट्रांसफॉर्मर की बिजली सप्लाई बंद कर भी समस्या का समाधान हो सकेगा।

इस पर भी दिया जाएगा जोर

बिजली चोरी रोकने, फॉल्ट को खत्म करने पर जोर दिया गया है। प्लान में कहा गया है कि इन शहरों के सभी फीडर पर मीटर लगा दिए जाएंगे। इससे रोजाना की खपत पर निगरानी की जाएगी ताकि समस्या वाले क्षेत्रों की पहचान हो सके। यह तय किया गया है कि इन क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर नए फीडर, ट्रांसफॉर्मर लगाए जाएंगे। हर डिवीजन में एक मोबाइल वैन रखी जाएगी, कर्मचारियों की गैंग तैनात होगी। समस्या होने पर तत्काल मरम्मत करने पहुंचेगी।

एक नजर ट्रिपिंग पर

- क्क्7 फीडर शहर में हैं।

- भ् बार औसतन ट्रिपिंग महीने में एक फीडर पर होता है।

- भ्8भ् बार ट्रिपिंग हर महीने सभी फीडर को मिलाकर होता है।

- फ्0 मिनट ट्रिपिंग की प्रॉब्लम को दूर करने में लग जाता है।

- ख्9ख् घंटे लाइन ट्रिपिंग से महीने में बत्ती रहती है गुल।

- ऐसे होगा एक्शन प्लान पर अमल

- रोजाना की कटौती, ट्रांसफॉर्मर की स्थिति आदि रिपोर्ट का अध्ययन।

- अधिक फॉल्ट वाले फीडर, ट्रांसफॉर्मर में सुधार सहित अन्य सिस्टम अपग्रेड के काम।

- ओवरलोड ट्रांसफॉर्मर को बदलने, उपभोक्ताओं के लोड बढ़ाने आदि की प्रक्रिया की जाएगी।

- एचटी और एलटी लाइनों के अपग्रेडेशन या बदलने का काम को पूरा किया जाएगा।

लागू होने की तिथि - शहर

- क्भ् जुलाई - वाराणसी, मेरठ, गाजियाबाद और नोएडा।

- फ्क् जुलाई - बरेली, लखनऊ, मुरादाबाद, अलीगढ़, मथुरा, झांसी और फिरोजाबाद।

- क्भ् अगस्त - इलाहाबाद, गोरखपुर, शाहजहांपुर, फैजाबाद, सहारनपुर और कानपुर।

बरेली को 'नो ट्रिपिंग' जोन बनाने की तैयारी कर ली गई है। जिस पर काम चल रहा है। लाइन ट्रिपिंग से जल्द ही लोगों को राहत मिलेगी।

एनके मिश्रा, एसई, बिजली विभाग