-40 फीसद बिजली चोरी वाले देश के 145 डिवीजन में 51 खंड यूपी के

-बिजली चोरी को प्रमुख सचिव ऊर्जा ने बताया क्षेत्र का बड़ा संकट

राज्य ब्यूरो, लखनऊ : प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार ने सभी वितरण कंपनियों के प्रबंध निदेशकों को पत्र भेजकर बताया है कि देश में 40 फीसद लाइन हानि वाले जिन 145 विद्युत वितरण खंडों को चिन्हित किया गया है, उसमें 51 खंड प्रदेश के हैं। प्रदेश में बिजली चोरी व लाइन हानि को ऊर्जा क्षेत्र के लिए बड़ा संकट ठहराते हुए शासन ने इस पर लगाम कसने के लिए युद्ध स्तर पर जुटने के निर्देश दिए हैं।

लक्ष्य से अधिक लाइन लॉस

प्रमुख सचिव ने सभी डिस्कॉम प्रबंध निदेशकों के लिए जारी निर्देश में 15 फीसद से अधिक लाइन हानि पर शासन की चिंता से उन्हें अवगत कराते हुए कहा कि विद्युत वितरण निगमों की कुल लाइन हानियां उदय योजना के लक्ष्य से काफी अधिक चल रही हैं। इससे उत्पन्न हो रहे कैशगैप की वजह से पावर फॉर ऑल का उद्देश्य प्राप्त करने अत्यधिक कठिनाई आ रही है। केंद्र सरकार ने भी 40 फीसद से अधिक लाइन हानि वाले खंडों की समीक्षा के लिए तीन अप्रैल को बैठक आयोजित की है। प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को बताया कि प्रदेश के दो एपीडीआरपी नगरों को छोड़कर बाकी सभी नगरों की लाइन हानि 15 फीसद से अधिक है, जिससे ऊर्जा क्षेत्र में वित्तीय संकट बना हुआ है।

नोएडा व गाजियाबाद ने बचाई लाज

एपीडीआरपी कार्यक्रम के तहत नगरों में पूंजी निवेश के बाद लाइन हानि 15 फीसद से कम की जानी थी। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने भी एपीडीआरपी के नगरों को लाइन हानि के अनुसार वर्गीकृत किया है। इसके तहत कुल 241 नगरों की लाइन हानि 10 फीसद से नीचे आई है लेकिन, इनमें प्रदेश का एकमात्र नगर नोएडा ही शामिल है। इसी तरह देश के एपीडीआरपी नगरों में 10 से 15 फीसद लाइन हानि वाले कुल 266 नगर शामिल हैं लेकिन, इस सूची में भी प्रदेश का केवल एक नगर गाजियाबाद शामिल है।

कई राज्यों में हालत बेहतर

अन्य प्रदेशों के कई बड़े नगरों ने लाइन हानि को 10 फीसद से नीचे लाने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। इसमें आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में 3.83 व विजयवाड़ा में 4.17, असम के सिलचर में 1.19, छत्तीसगढ़ के रायपुर में 8.51, गुजरात के वड़ोदरा में 4.76, हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में 7.97, महाराष्ट्र के नागपुर में 6.9, नासिक में 5.09, पुणे में 4.65 व सतारा में 8.29, पंजाब के लुधियाना में 6.82 व पटियाला में 9.94, तेलंगाना के वारंगल में 8.28 व हैदराबाद में 9.5 तथा त्रिपुरा के अगरतला में लाइन हानि 3.95 फीसद पर आ गई है। इसी तरह 10 से 15 फीसद लाइन हानि वाले कुल 266 एपीडीआरपी नगरों में बेंगलुरु की लाइन हानि जहां 10.13 फीसद है, वहीं मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा व राजस्थान के जैसलमेर में यह घटकर क्रमश: 8.87 और 11.54 फीसद पर आ गई है।