16 से 17 हजार मेगावाट बिजली सप्लाई प्रदेश में
23 फीसदी बिजली पर हाथ मार रहे बिजली चोर
18 शहरों में चलेगा विशेष चेकिंग अभियान (मास रेड)
स्पेशल का लोगो
हेडिंग- चोरों के निशाने पर 23 फीसद बिजली
- बिजली चोरी करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी
- बिजली चोरों से प्रभावित शहरों में लखनऊ भी शामिल
LUCKNOW: पूरे प्रदेश में सप्लाई होने वाली बिजली के 23 फीसदी हिस्से में बिजली चोर अपनी सेंध लगा रहे हैं। जिसकी वजह से एक तरफ तो महकमे को राजस्व संबंधी नुकसान हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ कई उपभोक्ताओं को बिजली नहीं मिल पा रही है, जिसकी वजह से अब प्रमुख सचिव ऊर्जा की ओर से बिजली चोरों पर शिकंजा कसने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। अब हर शहर के उन इलाकों में मास रेड की जाएगी, जहां बिजली चोरी सर्वाधिक है।
इन शहरों में विशेष अभियान
जानकारी के अनुसार, कानपुर, लखनऊ, गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा, वाराणसी, बरेली, मुरादाबाद, मथुरा, अलीगढ़, झांसी, आगरा, फिरोजाबाद, इलाहाबाद, गोरखपुर, शाहजहांपुर,फैजाबाद एवं सहारनपुर आदि शहरों में मास रेड की जाएगी। खास बात यह है कि मास रेड इन शहरों के उन इलाकों में की जाएगी, जहां बिजली चोरी सर्वाधिक है।
1048 रेड में 938 बिजली चोरी
अलीगढ़ में सबसे ज्यादा बिजली चोरी के आंकड़े सामने आए हैं। यहां पर महकमे की विशेष टीमों की ओर से 1048 रेड डाली गई, जिसमें से 938 मामलों में बिजली चोरी पकड़ी गई। वहीं दूसरे नंबर पर मुजफ्फरनगर है, जहां 1455 रेड में 874 बिजली चोरी के केस पकड़े गए। इसी तरह गाजियाबाद में 858 चोरी पकड़ी गई।
बरेली में छह स्क्वॉयड
प्रमुख सचिव ऊर्जा की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि प्रवर्तन दल और विभाग की टीमें कम से कम तीन दिन बड़े स्तर पर रेड संचालित करें, जिससे बिजली चोरी रोककर प्रदेश की बिजली व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सके। यह भी तय किया गया है कि संवेदनशील क्षेत्रों में प्रवर्तन दल के छह स्क्वॉयड मास रेड में हिस्सा लेंगे। इसी तरह बरेली क्षेत्र में छह स्क्वॉयड मास रेड करेंगे। प्रदेश में विजिलेंस एवं पुलिस के सहयोग से ऐसे गैंगों को पकड़ा जाएगा, जो पैसा लेकर मीटर में शंट आदि लगाते हैं या चोरी करवाते हैं। इन पर गैंगस्टर या अन्य बड़ी धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई हो, इसके लिए गृह विभाग की मदद ली जाएगी।
अन्य शहरों के आंकड़े (बिजली चोरी)
शहर चोरी केस
बिजनौर 734
बुलंदशहर 767
सहारनपुर 650
लखनऊ 300 करीब
वर्जन
पूरे प्रदेश में बिजली चोरों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए विशेष टीमों की ओर से उन इलाकों में मास रेड की जाएगी, जहां बिजली चोरी हो रही है।
आलोक कुमार, प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं उप्र पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष