जंगल में घंटों तक खंबे पर लटका रहा शव

परिजनों के पहुंचने से पहले शव को मोर्चरी भेजने पर लगाया जाम

Sardhana : टेहरकी गांव के जंगल में शुक्रवार दोपहर जंपर जोड़ते समय एचटी लाइन में दौड़े करंट की चपेट में आने से संविदा लाइनमैन की मौके पर ही मौत हो गई। संविदाकर्मी का शव घंटों तक खंबे पर लटका रहा। बाद में जानकारी पाकर पहुंचे अधिकारियों ने शव को उतरवाया। शव को परिजनों के पहुंचने से पहले ही मोर्चरी भिजवाने को लेकर ग्रामीण भड़क गए। उन्होंने दौराला रोड गंगनहर पुल पर जाम लगा दिया।

शटडाउन के बाद भी करंट

कालंद गांव निवासी बालेश्वर (50) पुत्र शीशराम ऊर्जा निगम में संविदा लाइनमैन था। गंगनहर बिजलीघर पर तैनात था। शुक्रवार दोपहर वह टेहरकी गांव के जंगल में जंपर ठीक करने खंबे पर चढ़ा था। एचटी लाइन में करंट दौड़ गया। इसकी चपेट में आने से बालेश्वर की मौके पर ही मौत हो गई। कई घंटे तक उसका शव खंबे पर ही लटका रहा। बाद में खेत पर पहुंचे ग्रामीणों ने उसका शव खंबे पर लटका देखा तो ऊर्जा निगम अधिकारियों और पुलिस को सूचना दी।

भड़की पब्लिक

एसडीएम शिवकुमार, इंस्पेक्टर मेहर सिंह मौके पर पहुंचे और शव को उतरवाया। इसके बाद टेहरकी ग्राम प्रधान की गाड़ी में शव मोर्चरी भिजवा दिया। जब तक मृतक के परिजन भी मौके पर नहीं पहुंचे थे। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने दौराला रोड गंगनहर पुल पर ट्रैक्टर ट्राली खड़ी कर जाम लगा दिया। उन्होंने शव वापस मोर्चरी से वापस लाने की मांग अधिकारियों से की। सीओ सरधना बृजेश कुमार सिंह व इंस्पेक्टर मेहर सिंह ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, मगर वह हंगामा करते रहे।

विधायक ने दिया आश्वासन

काफी जद्दोजहद के बाद विधायक ने पीडि़त परिवार को पांच लाख का मुआवजा दिलाने व थाने में दोषी ऊर्जा निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण जाम खोलने को राजी हुए। थाने में लेकर तहरीर दी गई। देर रात तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी।