- कंकरखेड़ा थाना एरिया में दिल्ली की तरफ से आती एंबूलेंस को पकड़ा

- तीन आरोपी हिरासत में लिए गए, एक बना हुआ था मरीज, दूसरा परिजन

- पुलिस ने एंबूलेंस से 35 पेटियां की बरामद, शराब को ला रहे थे मेरठ

Meerut : त्यौहार और चुनाव से पहले शराब तस्कर सस्ती दारू की तस्करी करने में जुट जाते हैं। इसके साथ ही शराब को अवैध तरीके से शहर में लाया जाता है। जिसमें लोग तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। कोई ईटों के ट्रक में शराब लाता है तो कोई अपनी गाड़ी के केबिन में रखकर। अब शराब तस्करों ने एक और नायाब तरीका अपनाया है। यह तरीका है एंबूलेंस। जिसको ना तो कोई रोकता है और ना ही चेकिंग करता है। कंकरखेड़ा थाना एरिया में भी पुलिस ने एक एम्बूलेंस रोकी और उसमें झांककर देखा तो दारू भरी थी। जिसमें एक युवक को मरीज और दूसरे को परिजन बना रखा था।

ये है एंबूलेंस

गुरुवार को कंकरखेड़ा पुलिस शोभापुर पुल के ऊपर हाइवे पर चेकिंग कर रही थी। तभी उसको सायरन बजाते हुए एंबूलेंस डीएल क्ए क्क्88 आती दिखाई दी। जिसमें कुछ गड़बड़ नजर आ रही थी। इस एंबूलेंस को हाथ दिया तो उसमें एक युवक साइड में लेटा हुआ था। वहीं पास में उसका तीमारदार बनकर दूसरा युवक मौजूद था। अंदर झांककर देखा तो कुछ बक्शे पड़े हुए थे। जो दारू की पेटी जैसे लग रहे थे। एंबूलेंस का दरवाजा खुलवाकर देखा गया तो उसमें असली दारू मौजूद थी।

ये पकड़े गए

इस एंबूलेंस से पुलिस ने फ्भ् पेटी शराब बरामद की। एंबूलेंस को शराब व आरोपियों सहित पुलिस थाने ले आई। जहां पूछताछ के बाद पता चला कि मरीज बना युवक संदीप उर्फ तेंदुआ पुत्र शेरसिंह भोजपुर गाजियाबाद का रहने वाला है और तीमारदार के रूप में मौजूद युवक प्रशांत पुत्र हवा सिंह कमला नगर मिंटो रोड दिल्ली का रहने वाला है। साथ ही इनका ड्राईवर नरेंद्र पुत्र उम्मेद जाफराबाद दिल्ली का है। ये तीनों मेरठ में यह दारू सप्लाई करने आ रहे थे।

लाखों की सप्लाई

पकड़े गए इन सभी आरोपियों से जब पूछताछ की गई तो उनका कहना था कि वे पुलिस को पहले ही पैसा पहुंचा देते हैं। जो उनको यह दारू बॉर्डर से पार करा देती है। इसके बाद वे मेरठ में जगह-जगह सप्लाई करके निकल जाते हैं। एक राउंड के उनको पंद्रह सौ रुपए मिलते हैं। एंबूलेंस इसलिए यूज की जाती है कि उस पर कोई शक नहीं होता। ऐसे में एंबूलेंस काफी मुफीद वाहन है। इससे पहले भी कंकरखेड़ा एरिया में ही एंबूलेंस में दारू पकड़ी गई थी। होली से पहले और चुनाव के आसपास करोड़ों रुपए की शराब मेरठ में तस्करी होती है।