- दिल्ली और हरियाणा में शराब के दामों में कमी के चलते कैबिनेट का फैसला

-15 से 25 प्रतिशत तक कमी की जाएगी।

- देशी शराब और बीयर की कीमतों में कोई कमी नहीं

LUCKNOW: शराब के शौकीनों को लिए खुशखबरी, अगले वित्तीय वर्ष में अंग्रेजी शराब के दामों में 15 से 25 प्रतिशत तक कमी की जाएगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। देशी शराब और बीयर के दामों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, हालांकि एक लीटर देशी शराब खरीदने पर एक रुपये का फायदा होगा। पड़ोसी राज्य हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में अंग्रेजी शराब के दाम कम होने से बड़े पैमाने पर प्रदेश में शराब की तस्करी हो रही थी।

नवीनीकरण और लॉटरी से मिलेंगी दुकानें

बैठक में आबकारी नीति पर चर्चा के दौरान अगले दो वित्तीय वर्षो के लिए आबकारी नीति लागू करने का निर्णय लिया गया। नए वित्तीय वर्ष में जहां दुकानों का नवीनीकरण किए जाने का फैसला लिया गया है वहीं 15 प्रतिशत तक नई दुकानों की बढ़ोत्तरी किए जाने का अधिकार आबकारी आयुक्त को होगा। इससे अधिक वृद्धि करने पर शासन से परमीशन लेनी होगी। नवीनीकरण से बचने वाली दुकानों का आवंटन लॉटरी के जरिए होगा। दुकानों की लाइसेंस फीस में 10 प्रतिशत बढ़ोतरी की गई है। नवीनीकरण शुल्क में भी इजाफा किया गया है।

दो वर्षो के लिए घोषित की गई आबकारी नीति

अंग्रेजी शराब के दाम अगले वित्तीय वर्ष में में 15 से 25 प्रतिशत तक कम होंगे। दरअसल पड़ोसी राज्यों केमुकाबले यूपी में शराब के दाम बहुत ज्यादा हैं। इसकी वजह से शराब तस्करी होती है। एसटीएफ पिछले दो सालों के दौरान शराब तस्करी से जुड़े एक दर्जन से ज्यादा बड़े मामलों का खुलासा कर चुकी है। इससे बड़े पैमाने पर जहां राजस्व की हानि हो रही थी, वहीं पिछले तीन सालों से अंग्रेजी शराब की खपत का निर्धारित लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पा रहा था। इन वजहों को ध्यान में रखकर अंगे्रजी शराब के दामों में कमी करने का फैसला लिया गया है।

चार प्रतिशत देशी शराब की खपत बढ़ाने के निर्देश

विभागीय अधिकारियों के अनुसार देशी शराब में प्रतिफल शुल्क घटाया गया है। ऐसे में देशी शराब में एक लीटर पर एक रुपए कमी होगी। ऐसे में एक पौवा पर 20 पैसे दाम कम होंगे। लेकिन दाम कम करने के साथ ही देशी दुकानदारों को खपत बढ़ानी होगी। देशी शराब में चार प्रतिशत तक खपत बढ़ाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में देशी शराब की दुकानों पर कोटा बढ़ाया जाएगा।