Meerut। खुफिया विभाग ने पहले ही शोभापुर में जातीय हिंसा फैलने की आशंका जताई थी। यही नहीं, एलआईयू ने पुलिस ने 20 संदिग्धों के नाम भी पुलिस को सौंपे थे, बावजूद इसके, पुलिस ने समय रहते कोई सार्थक कार्रवाई नहीं की। गौरतलब है कि एलआईयू ने 20 पन्नों की रिपोर्ट की रिपोर्ट पुलिस अधिकारियों को सौंपी थी। जिसमें शहर में जातीय व सांप्रदायिक हिंसा फैलाने वालों के 20 नामों का खुलासा किया था। लेकिन लिस्ट मिलने के बाद भी पुलिस विभाग नहीं चेता। इस कारण जातीय संघर्ष में युवक की हत्या कर दी गई। एलआईयू की रिपोर्ट में कंकरखेड़ा, सरूरपुर, परतापुर, रोहटा आदि थानों में जातीय संघर्ष की आशंका जताई थी।

बुलंदशहर हिंसा के वांटेड के मेरठ में पोस्टर चस्पा

बुलंदशहर में गोकशी के बाद हुई हिंसा के आरोपियों की पुलिस ने मेरठ में भी तलाश शुरू कर दी है। यही नहीं आरोपियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थलों पर भी चस्पा किए गए हैं। एसआईटी प्रभारी व आईजी रेंज मेरठ रामकुमार ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए यह प्रयास किए जा रहे हैं।

यह है मामला

बुलंदशहर के स्याना गांव में गोवंश के अवशेष मिलने के बाद हिंसा में इंस्पेक्टर स्याना सुबोध कुमार सिंह के साथ युवक सुमित की हत्या के मामले में मुख्य आरोपित योगेश राज समेत 22 आरोपितों के घर पर नोटिस चस्पा किए गए। इसके साथ उनकी गिरफ्तारी के लिए उनके पोस्टर मेरठ भी लगा दिए गए है। स्याना के चिंगरावठी बवाल के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर पुलिस ने मुख्य आरोपी योगेश राज समेत 22 आरोपितों के घर पर कुर्की नोटिस चस्पा किया है। अब जल्द ही एसआइटी कोर्ट से धारा 83 की कार्रवाई के आदेश लेकर कुर्की करेगी। एसआईटी के प्रभारी व आईजी रामकुमार वर्मा ने बताया कि आरोपियों की तलाश में उनके पोस्टर रेंज के सभी जिलों में सार्वजनिक स्थानों पर लगा दिए गए है, जिससे उनकी जल्द ही गिरफ्तारी हो सके।