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दो चुनाव के दौरान शपथ पत्र में पत्नी के कॉलम में लिखा था दोनों का नाम

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RANCHI (19 Mar) : लिट्टीपाड़ा से विधायक रहे स्वर्गीय डॉ अनिल मुर्मू की दो पत्नियां थीं। वे दोनों को ही पत्नी मानते थे और इस बात को स्वीकार करने में उन्हें कोई गुरेज भी नहीं था। डॉ मुर्मू का विगत क्7 जनवरी को हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया था। उनकी मौत के बाद रिक्त हुई लिट्टीपाड़ा सीट पर 9 अप्रैल को चुनाव होना है। यही वजह थी कि उनकी दोनों पत्नियों के बीच टिकट को लेकर एक हफ्ते तक पॉलिटिकल पार्टियों में उहापोह की स्थिति बनी रही।

दो शपथ पत्रों में लिखा है नाम

डॉ अनिल मुर्मू ने झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर ख्0क्ब् में राजमहल से लोकसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में वे हार गए थे। इसके बाद उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा ज्वाइन कर लिया था। ख्0क्ब् के अंत में हुए विधानसभा चुनाव में वे झामुमो के टिकट पर लिट्टीपाड़ा से एसेंबली चुनाव लड़े और जीते भी थे। इन दोनों ही चुनावों में निर्वाचन आयोग को सौंपे गए शपथ पत्रों में उन्होंने पत्नी के कॉलम में दो नाम का उल्लेख किया है। पहली पत्नी के रूप में उन्होंने यूनिकी युडौरा हांसदा लिखा है, तो दूसरी पत्नी के रूप में निशा शबनम हांसदा का नाम लिखा है। इसके अलावा उन्होंने चार बेटियों के नाम का उल्लेख किया है, जिनमें इंदू मुर्मू, बिंदू मुर्मू, बाहीमुनी मुर्मू और रेखारानी मुर्मू शामिल हैं। इसके अलावा दो बेटों में हिंदू सोम मुर्मू और रिमिल राज मुर्मू का नाम लिखा है।

दोनों ने ठोका था टिकट पर दावा

यूनिकी और निशा ने खुद को डॉ मुर्मू की पत्नी बताते हुए झामुमो से टिकट का दावा ठोका था। क्7 मार्च को विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन से रांची में दोनों ने मुलाकात की थी। दोनों की बातों को बारी-बारी से सुनने के बाद हेमंत सोरेन किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए थे।

बाक्स

नामांकन - ख्क् मार्च तक

मतदान - 9 अप्रैल

काउंटिंग - क्फ् अप्रैल