-मंगलवार को शॉप पर मारी गई थी फुटवियर बिजनेसमैन को गोली

-भड़के व्यापारी, सुलेम सराय, मुंडेरा बाजार में बंदी, चक्काजाम

-क्रिमिनल गदऊ के आतंक से सहमे व्यापारी, पुलिस से नाराज

ALLAHABAD: फुटवियर कारोबारी आकाशदीप केसरवानी (40) आखिरकार मौत से हार गए। हिस्ट्रीशीटर गदऊ पासी की गोली से जख्मी आकाश ने गुरुवार सुबह चार बजे बाई का बाग में स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। गदऊ और उसके साथी रजनीश मेहतर ने कारोबारी व उसके भाई आशीष को मुफ्त में जूता न देने पर 29 जून को मुंडेरा में गोली मार दी थी। आशीष अब भी हॉस्पिटल में एडमिट है। आकाशदीप की मौत से व्यापारी भड़क गए और सुलेमसराय से लेकर मुंडेरा तक के बाजार को बंद कर दिया गया। शाम को आकाश की बॉडी को सुलेमसराय में जीटी रोड पर रखकर एक लेन को ब्लॉक कर दिया गया। एक लेन ब्लॉक होने के कारण जीटी रोड पर गाडि़यों की लंबी कतार लग गई।

भाई अभी आईसीयू में

आकाशदीप का छोटा भाई आशीष अब भी आईसीयू में है। उसे भी दो गोलियां लगी हैं। दोनों भाइयों की लक्ष्मी फुटवियर शॉप से गदऊ और रजनीश 33 हजार रुपये के जूते मुफ्त में ले जाना चाहते थे। व्यापारियों ने उस दिन भी जाम लगाया था और पुलिस को गिरफ्तारी के लिए दो दिन का समय दिया था। दो दिन में गदऊ तो हाथ नहीं आया लेकिन आकाशदीप की जान जरूर चली गई।

नहीं की थी शादी

आकाशदीप ने शादी नहीं की थी। वह पांच भाइयों में चौथे नंबर पर थे। परिवार में पिता गुलाबचंद्र, मां विजय लक्ष्मी, भाई अतुल, अखिलेश, आलोक और आशीष हैं। अतुल, अखिलेश और आलोक सुलेम सराय में रहते हैं। मुंडेरा वाले घर में आकाशदीप और आशीष रहते थे। पहली मंजिल पर मकान और ग्राउंड फ्लोर पर दुकान है। सबसे बड़े भाई अतुल सुलेमसराय व्यापार मंडल के अध्यक्ष हैं।

हरिश्चंद्र गैंग के तीन गुर्गे अंदर

कारोबारी की हत्या के बाद हरिश्चंद्र पासी के गैंग के राहुल भारतीय, राहुल यादव और पंकज को पुलिस ने दबोच लिया है। गदऊ के भी कई रिश्तेदारों को थाने पर बैठा रखा गया है। हालांकि अब तक गदऊ और रजनीश के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिली है। गदऊ पर पहले से ही 15 हजार रुपये का इनाम है। उसका भाई हरिश्चंद्र और उदय यादव पिछले साल पकड़े गए थे। दोनों पर 50 हजार रुपये का इनाम था। यह भी चर्चा है कि हरिश्चंद्र के गैंग को शहर पश्चिमी के एक सपा नेता का संरक्षण मिला हुआ है।

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25 लाख की डिमांड, सभी को मिले लाइसेंस

व्यापारियों की डिमांड है कि आकाशदीप के फैमिली मेंबर्स को गवर्नमेंट 25 लाख रुपये और असलहे का लाइसेंस दिया जाए। 19 लोगों की लिस्ट पुलिस अफसरों को दी गई है। जाम शाम साढ़े चार बजे लगाया गया था। आवागमन रात 7.30 बजे शुरू हो सका। एसपी सिटी राजेश यादव, एडीएम सिटी एसके शर्मा, सीओ सिविल लाइंस सचिंद्र पटेल कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। अफसरों के आश्वासन पर जाम खोला गया.आकाशदीप का अंतिम संस्कार रसूलाबाद घाट पर होगा। चेतावनी दी गई है कि गदऊ अरेस्ट नहीं हुआ तो व्यापारी बड़ा आंदोलन शुरू कर सकते हैं। एसओ जेपी राय को सस्पेंड करने की भी डिमांड की गई।

यह पुलिस की नाकामी है। सरे बाजार दुकानदारों को गोली मार दी जाती है लेकिन बदमाश हाथ नहीं आए। इस घटना से व्यापारी दहशत में हैं। बदमाश पकड़े नहीं गए तो व्यापारियों को सख्त कदम उठाना होगा।

-सुभाष चंद्र केसरवानी,

प्रदेश संगठन मंत्री, उद्योग व्यापार मंडल

व्यापारियों की सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं होता। उनसे रंगदारी मांगी जाती है। शिकायत की जाए तो पुलिस उसे गंभीरता से नहीं लेती। इसी वजह से बदमाशों का मन बढ़ा हुआ है और वे कानून को चुनौती दे रहे हैं।

-सुशील केसरवानी,

पूर्व अध्यक्ष सुलेमसराय व्यापार मंडल

पुलिस का बदमाशों में कोई खौफ नहीं है। कोई घर बना रहा हो या दुकान खोली हो, उससे रंगदारी मांगने के लिए बदमाश चले आते हैं। पुलिस से शिकायत की जाती है लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता।

-विशाल कुशवाहा,

एडवोकेट

पुलिस बदमाशों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार करे और परिवार को सिक्योरिटी दी जाए। बदमाश आगे भी परिवार पर हमला कर सकते हैं। व्यापारियों को सुरक्षा के लिए लाइसेंस दिया जाए।

-अतुल केसरवानी,

अध्यक्ष सुलेमसराय व्यापार मंडल (आकाशदीप के बड़े भाई)

गदऊ का अपराध क्षेत्र

-धूमनगंज, शिवकुटी और कीडगंज में गदऊ के खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी मांगने के मुकदमे

-कौशांबी तक है नेटवर्क, ठेके पर हत्या भी की

-पुलिस के इन्फार्मर रूपचंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी

-धूमनगंज थाने में है हरिश्चंद्र का गैंग रजिस्टर्ड, खुली हुई है हिस्ट्रीशीट

-पुलिस ने आलरेड पर उस पर घोषित कर रखा है क्भ् हजार रुपए का इनाम