- एलएलबी के मूल्यांकन पर खतरे के बादल

- यूनिवर्सिटी को साफ छवि के लोगों की तलाश

- डिप्टी रजिस्ट्रार ने कुलपति को लिखा पत्र

आगरा। डॉ। बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी में हुए फर्जीवाड़े से सबक लेते हुए अब यूनिवर्सिटी प्रशासन किसी भी आफत को मोल नहीं लेना चाहता। इसलिए एलएलबी एग्जाम के मूल्यांकन के लिए यूनिवर्सिटी को साफ और स्वच्छ छवि वाले प्रोफेसर्स की तलाश है, हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आनन-फानन में को-ऑर्डिनेटर की नियुक्ति कर दी है।

मूल्यांकन के लिए तलाश

यूनिवर्सिटी के डिप्टी रजिस्ट्रार महेन्द्र सिंह ने कुलपति प्रो। मोहम्मद मुजम्मिल को पत्र लिखकर एलएलबी मूल्यांकन के लिए साफ और स्वच्छ छवि का को-ऑर्डिनेटर नियुक्त किए जाने की मांग की है। डीआर का कहना है कि पूर्व में हुए फर्जीवाड़े को देखते हुए मूल्यांकन विश्वनीय व्यक्ति द्वारा ही कराया जाना चाहिए।

मूल्यांकन कार्य हो सकता है प्रभावित

एलएलबी के एग्जाम भले ही संपन्न हो गए हों लेकिन अब यूनिवर्सिटी प्रशासन को मूल्यांकन की टेंशन सताने लगी है। पूर्व में मूल्यांकन कार्य के दौरान किए गए फर्जीवाड़ों का मामला अभी तक ठंडा नहीं पड़ा है। सोर्सेज की मानें तो इस बार एलएलबी के एग्जाम के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार नहीं है। इसके चलते एलएलबी का मूल्यांकन कार्य प्रभावित हो सकता है।

आनन-फानन में बनाया कोर्डिनेटर

यूनिवर्सिटी प्रशासन की मानें तो एलएलबी मूल्यांकन कार्य के लिए आगरा कॉलेज लॉ के डीन नरायण सिंह को कोर्डिनेटर बना दिया गया है। उनकी देखरेख में यह कार्य पूरा किया जाना है। सोर्सेज की मानें तो एलएलबी मूल्यांकन के दौरान सख्ती बरती जाएगी। डिप्टी रजिस्ट्रार केएन सिंह का कहना है कि मूल्यांकन कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। आगरा कॉलेज लॉ के डीन को कोर्डिनेटर बनाया गया है।