-लोन के लिए आए आवेदनों की रूक गई फाइल

-चुनाव ड्यूटी पर अधिकारी, लोन के लिए पब्लिक लगा रही चक्कर

GORAKHPUR: चुनाव की ड्यूटी में बैंकर्मियों के तैनात होने के कारण गोरखपुराइट्स के कई काम लटक गए हैं. चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से ही लोन की फाइलों के प्रोसेसिंग की रफ्तार सुस्त पड़ गई है. कुछ बैंकों ने डेली रूटीन के अलावा बाकि काम को चुनाव बाद के लिए टाल दिया है. जिसके कारण आवेदक बैंक ब्रांचेज के चक्कर लगाने को मजबूर हैं. शहर के बैंकों में पर्सनल लोन, एजुकेशन लोन, कार लोन, बिजनेस लोन, हाउसिंग लोन, गोल्ड लोन के कई एप्लीकेशन आए हुएं हैं. लेकिन लोन बैंकों में मेन पावर की कमी के कारण लोन अलाटमेंट का प्रासेस स्लो कर दिया है. एनुअल क्रेडिट प्लान के तहत फाइनेंसियल इयर 2019-20 के लिए गोरखपुर में सर्विस दे रही 29 बैंकों की 376 ब्रांचेज ने 4359.24 करोड़ रुपए वितरित करने का लक्ष्य तय किया है.

रोजाना आते हैं 300 से अधिक आवेदन

सरकार और बैंक की अलग-अलग योजनाओं के तहत लोन के लिए आवेदन करने वालों की संख्या 3 सौ से भी ज्यादा हैं. शहर के बैंक पहले से ही जमा होने वाले कैश के अनुपात में कम लोन का वितरण करते हैं. इसके लिए आरबीआई की ओर से बैंकों को चेतावनी भी जारी की जा चुकी है. गोरखपुर में 29 बैंकों की 376 ब्रांचेज पर पर्सनल, कार, गोल्ड, हाउसिंग, एजुकेशन और केसीसी लोन के लिए प्रतिदिन 300 से अधिक आवेदन आते हैं. अकेले एसबीआई बैंक 37 सिटी ब्रांचेज में 30 से 35 आवेदन आते हैं. सिटी में बैंक ने 197 करोड़ रुपए लोन वितरण का लक्ष्य रखा है.

चार गुना अधिक लग सकता है समय

बैंकों से लोन लेने के लिए हर एक कैटेगरी का अपना प्रोफार्मा होता है और स्कीम के अनुसार उसके फाइनल होने की लिमिट फिक्स होती है. जिस लोन में बैंकों को गारंटी मिल जाती है वह जल्दी पास हो जाते हैं जबकि सरकारी योजनाओं के लोन में महीनों तक प्रासेस चलता रहता है. लेकिन बैंककर्मियों के चुनावी ड्यूटी के कारण लोन का यह प्रासेस टाइमिंग चार गुना तक लगने की आशंका व्यक्त की जा रही है. वहीं सरकारी स्कीम के लोन की कार्यवाही पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है. आवेदकों को दो टूक जवाब दे दिया जा रहा है कि चुनाव के बाद प्रासेस आगे बढ़ेगा.

एजुकेशन लोन का है सीजन

अप्रैल से लेकर जुलाई महीने तक एजुकेशन लोन का सीजन होता है. इस समय सभी कॉलेज में एडमिशन हो रहे होते हैं. चुनाव के बाद यदि बैंकों ने इसे प्राथमिकता में रखकर नहीं निपटाया तो कई स्टूडेंट्स की पढ़ाई खतरे में पड़ सकती है. फाइनेंसियल इयर 2018-19 में गोरखपुर के बैंकों ने 210 लाभार्थियों में 34.97 करोड़ रुपए का एजुकेशन लोन डिस्ट्रीब्यूट किया था. हालांकि बैंकों ने 573 लोगों में 108.76 करोड़ रुपए लोन वितरित करने का लक्ष्य रखा था और इस वर्ष करीब 150 करोड़ वितरण का लक्ष्य रखा गया है.

रोज आने वाले आवेदन

एजुकेशन लोन - 10 से 15

पर्सनल लोन - 30 से 35

कार लोन - 25 से 30

गोल्ड लोन - 22 से 25

हाउसिंग लोन - 25 से 30

स्टैंडअप लोन - 12 से 15

मुद्रा लोन - 50 से 60

केसीसी लोन - 90 से 100

वर्जन-

चुनाव में ड्यूटी के कारण लोन प्रासेसिंग की प्रक्रिया प्रभावित हो हुई है. लेकिन हम ग्राहकों की सुविधा का पूरा ख्याल रख रहे हैं और जल्द से जल्द उसे पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं.

विनय वर्मा, मुख्य प्रबंधक क्रेडिट एसबीआई