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शहर के 80 वार्डो में हुए चुनाव में हर वार्ड में दर्जनों ऐसे बुजुर्ग घरों से बाहर निकलकर वोट न डालने वाले युवाओं को शर्मिदगी का अहसास कराने का काम किया है। पढि़ए। BAREILLY: मतदान के बाद किया नाश्ता नगर निकाय मतदान में महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर भागीदारी की। इसमें 107 वर्षीय बुजुर्ग महिला कटोरी देवी शामिल रहीं। जिन्होंने अपने पौत्रियों के साथ मतदान किया। नवादा शेखान स्थित बालजती स्कूल में मतदान करने पहुंची कटोरी देवी की परिजन शिवानी ने बताया कि ऑटो से उन्हें मतदान केंद्र तक लाया गया। कटोरी देवी की तबीयत ठीक नहीं थी। फिर भी, उन्होंने मतदान करने की जिद की थी। मतदान करने के बाद वह अपने घर पहुंची। इंडिया बुक रिकॉ‌र्ड्स में दर्ज होगा नाम नवादा शेखान की निवासी कटोरी देवी का नाम माह भर पहले इंडिया बुक रिकॉ‌र्ड्स में दर्ज करने के लिए टीम उनके घर पहुंची थी। सुनाई कम देता है, लेकिन कुछ-कुछ बोल लेती हैं। जिसे समझकर उनकी बहू वीरन देवी ने बताया कि मतदान करने हर बार पहुंचती हैं। सुबह से मतदान करने के लिए कह रहीं थी, लेकिन तबीयत ठीक नहीं होने पर उन्हें बेटी रजनी, विनती, शिवानी के साथ ऑटो से भेज दिया। सुबह करीब 10 बजे उन्होंने मतदान किया है। मतदान के बाद वापस लौटी दादी को देखने के लिए आस-पड़ोस के लोग भी उनसे हंसी ठिठोली करने पहुंच गए थे।

 

बगैर किसी सहारे के पहुंचे बूथ

90 वर्षीय बीएस सक्सेना ने जंक्शन रोड स्थित तहसील पर बने मतदान केंद्र में अपना मत प्रयोग किया। बगैर किसी सहारे के बूथ तक पहुंचे बुजुर्ग ने बताया कि परिवार में सब बाहर रहते हैं, जो घर में थे वह वोट कराना नहीं चाहते थे। ऐसे में, वह अकेले ही बगैर किसी का सहारा लिए वोट करने पहुंचे। दोपहर करीब 1 बजे मत प्रयोग करने के बाद उन्होंने चैन की सांस ली है। इस दौरान बूथ पर मौजूद अन्य मतदाताओं और सुरक्षाकर्मियों ने उनके जज्बे को सलाम किया। हर एक वोट जरूरी होता है बीएस सक्सेना ने बताया कि शहर को बेहतर सरकार देने के लिए जरूरी है कि हर एक नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझी। वोट अमूल्य है, लेकिन इसका मूल्य सार्थक सरकार के चयन से होता है। ऐसे में जिन्होंने अपने मत का प्रयोग नहीं किया है वह किसी भी सरकार को दोषी नहीं ठहरा सकते हैं। बॉर्डर पर जवान तमाम मुश्किलों से जूझते हुए देश सेवा करते हैं तो दूसरी ओर देश के संचालन के लिए बेहतर सरकार चुनकर देशवासी देश सेवा करते हैं। ऐसे में सभी को अपना फर्ज निभाना चाहिए। सरकार जिन करोड़ों रुपए को इलेक्शन पर खर्च करती है वह भी जनता से वसूला गया कर होता है। -------5 82 वर्षीय दंपत्ति ने किया वोट जीवनभर साथ निभाने का वादा करने वाले दंपत्ति ने वोट का फर्ज भी साथ ही निभाया। मदनलाल और प्रेमवती दोंनो की ही उम्र 82 वर्षीय है, जिनका वोट जीआईसी में पड़ा था। सुबह उन्होंने अपने घर के सारे काम निपटाकर दोपहर में साथ ही वोट डालने पहुंचे। मतदान के बाद दोनों एक दूजे का हाथ थामकर उन्हें सहारा देते हुए घर वापसी की। कहा कि मत किसे देना है यह उनका अधिकार है लेकिन मतदान करना उनका देश के प्रति प्रेम और कर्तव्य है। जिसे वह हमेशा निभाते चले आ रहे हैं।