- गंदगी से परेशान हैं वार्ड 34 के लोग
- इस वार्ड में शहर का सबसे पॉश इलाका आता है
मेरठ। वार्ड 34 में कहने का शहर का सबसे पॉश इलाका आता है। पर गंदगी से वह भी अछूता नहीं है। वहां भी लोग गंदगी से परेशान हैं। जगह-जगह कूड़े के ढेर हैं। मुख्य सड़क के किनारे जंगली पौधे उग गए हैं। बावजूद इसके नगर निगम इसकी सुध नहीं लेता है। वार्ड के अंदर के इलाकों में जरूर सफाई दिखाई देती है। उसका कारण यह है कि सभी ने प्राइवेट सफाई कर्मी लगा रखे हैं। वहीं वार्ड में हैंडपंप भी काफी खराब पड़े हुए हैं। हैंडपंप को खराब हुए बहुत समय हो गए हैं। लेकिन किसी ने इसकी सुध नहीं ली। कुछ इलाकों में सड़कों का बुरा हाल है। सड़कों पर बड़े गड्ढे हो गए हैं। सीएम के आदेश के बावजूद नगर निगम ने सड़कों के गड्ढे नहीं भरवाए हैं। नालियां भी गंदगी पड़ी हुई हैं। देखकर ऐसा लगता है कि काफी समय से इसकी सफाई नहीं हुई है।
ये है डिमांड
- सफाई दोनों समय होनी चाहिए।
- सड़कों के किनारे लगी जंगली पौधे हटने चाहिए।
- हैंडपंप ठीक होने चाहिए।
- खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत होनी चाहिए।
- नालियों की सफाई नियमित होनी चाहिए।
प्रश्न- पांच साल में आपने क्या विकास कराया
उत्तर- बीते पांच साल में मैंने दस करोड़ रुपये से अधिक का विकास कराया है। जिसमें सड़क, नाली, खड़ंजे, इंटर लॉकिंग टॉयल लगवाई है। शहर को सबसे पहला वार्ड ऐसा है जहां पर तीन सुलभ शौचालय है। इसके अलावा में अनेक विकास कार्य कराएं हैं।
प्रश्न- वार्ड में गंदगी बहुत रहती है।
उत्तर- वार्ड में नियमित रूप से सफाई होती है। शाम होते-होते जरूर गंदगी हो जाती होगी। रही बात सड़क किनारे जंगली पौधे की तो उसकी जानकारी नहीं है। इसको देखकर तुरंत सफाई करा दी जाएगी।
प्रश्न- वार्ड में हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं।
उत्तर- हैंडपंप काफी ठीक करा दिए गए हैं। जो शेष बचे हुए हैं उनकी सूची जलकल विभाग को दे दी गई है। जल्द ही इनको भी ठीक करा दिया जाएगा।
वार्ड- 34
पार्षद- अनुपमा सोलंकी
पढ़ाई- एमए
जनसंख्या- 20 हजार
वोटर- 14 हजार
मोहल्ले- साकेत, हाईडिल कॉलोनी, टयूबवैल कॉलोनी, न्यू प्रभात नगर, मानसरोवर कॉलोनी, शर्मा नगर
गंदगी
वार्ड 34 में पॉश इलाका होने के बावजूद गंदगी से अछूता नहीं है। जगह-जगह गंदगी का अंबार है। जिसके कारण लोग काफी परेशान रहते हैं। अनेक बार लोग सफाई को लेकर लोग निगम में शिकायत कर चुके हैं। बावजूद इसके नगर निगम सफाई की ओर ध्यान नहीं देता है।
हैंडपंप
वार्ड में बहुत सारे हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। साल भर से अधिक समय से हैंडपंप खराब हैं। अनेक बार लोग हैंडपंप का ठीक कराने की मांग कर चुके हैं। लेकिन निगम हैंडपंप को ठीक कराने के लिए कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है।
डस्टबिन
वार्ड में अनेक जगह डस्टबिन तो हैं। लेकिन वह टूटे हैं। तीन गुना कीमत पर नगर निगम ने इनको खरीदा था। बावजूद इसके नगर निगम ने इसकी देखरेख नहीं की। अब यह हाल है कि 15 सौ में से केवल सौ या दौ सौ डस्टबिन पूरे शहर में बचे हैं।
नाली
वार्ड मे नालियां भी गंदगी से अटी पड़ी हुई हैं। हालात यह है कि पानी की निकास आगे नहीं होती है। जिसके कारण नालियां सूख गई है। उनमें केवल अब कूड़ा करकट भी दिखाई देता है। देखकर ऐसा लगता है कि महीनों से नाली की सफाई नहीं हुई है।
सड़क
वार्ड में अनेक स्थानों पर जगह से सड़क टूटी पड़ी हुई हैं। नगर जिसके कारण लोगों काफी परेशान रहते हैं। टूटी सड़क होने के कारण अनेक बार दुर्घटनाएं भी होती है। लोग अनेक बार नगर निगम से सड़क की मरम्मत कराने की मांग कर चुके हैं।
यहां पर सफाई तो होती है। पर शाम को भी यदि होने लगे तो बहुत अच्छा है। क्योंकि शाम होते-होते अनेक स्थानों पर गंदगी का अंबार लग जाता है। कम से कम सफाई तो दोनो समय होनी चाहिए।
सचिन
यहां पर हैंडपंप खराब पडे़ हुए हैं। अनेक बार हैंडपंप को सहीं करने के लिए शिकायत कर चुके हैं। लेकिन सुनवाई ही नहीं होती है। कम से कम गर्मियों में तो हैंडपंप को ठीक करा देना चाहिए।
कुशल चंद्र
नाले व नालियों गंदगी से अटे पड़े हुए हैं। नगर निगम सफाई ही नहीं कराता है। कहने को पीएम और सीएम स्वच्छ भारत अभियान की बात कर रहे हैं। लेकिन नगर निगम इस अभियान को पूरा होने देगा। यदि यही हालात रहे तो ऐसे अभियान आएंगे और चले जाएंगे।
अमन सिंह
यहां पर एक भी पार्क ऐसा नहीं है जहां पर सुबह और शाम को घूम सकें। बच्चों को खेलने के लिए भी कोई पार्क नहीं है। नए पार्क नहीं कम से कम जो पार्क है उनको तो सही करा दें।
आशु