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LUCKNOW : योगी सरकार के तीन मंत्रियों समेत 11 विधायकों ने हालिया लोकसभा चुनाव जीत लिया है। अब इन विधायकों की रिक्त सीटों पर भविष्य में उप चुनाव होना तय है। इस बार जो 11 विधायक लोकसभा का चुनाव जीते हैं उनमें नौ भाजपा के हैं। इस तरह भाजपा को अपनी नौ सीटें बचाने की चुनौती रहेगी और विपक्ष के दो सीटों पर भी अपनी ताकत का आकलन करने का अवसर भी मिलेगा। भाजपा ने अपने हिस्से की गंगोह, इगलास, टुंडला, प्रतापगढ़, गोविंदनगर, लखनऊ कैंट, जैदपुर, बलहा और मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए अभी से रणनीति बनानी शुरू कर दी है। विपक्ष के कब्जे वाली रामपुर और जलालपुर सीट के लिए भी मजबूत दावेदारों पर नजर टिक गई है।

इन मंत्रियों को मिली जीत

लोकसभा चुनाव में लखनऊ के कैंट की विधायक व योगी सरकार में पर्यटन और महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी-इलाहाबाद, कानपुर के गोविंदनगर के विधायक व खादी ग्रामोद्योग व हथकरघा मंत्री सत्यदेव पचौरी-कानपुर तथा फीरोजाबाद के टूंडला विधायक व पशुधन मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल-आगरा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीत गये हैं। इनके अलावा सहारनपुर के गंगोह विधायक प्रदीप चौधरी-कैराना, अलीगढ़ के इगलास विधायक राजवीर सिंह दिलेर-हाथरस, प्रतापगढ़ के विधायक संगमलाल गुप्त-प्रतापगढ़, चित्रकूट के मानिकपुर विधायक आरके पटेल-बांदा, बलहा विधायक अक्षयवर लाल गौड़-बहराइच, जैदपुर विधायक उपेंद्र सिंह रावत-बाराबंकी से सांसद चुने गये हैं। ये सभी भाजपा से हैं जबकि सपा के रामपुर के विधायक आजम खां ने रामपुर लोकसभा और जलालपुर के बसपा विधायक रीतेश पांडेय ने अंबेडकरनगर लोकसभा सीट जीत ली है।

मंत्रिमंडल में विस्तार की उम्मीद

तीन मंत्रियों के लोकसभा में शपथ लेने के साथ ही उनके विभागों के आवंटन की भी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह नियम है कि मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देते ही संबंधित मंत्रियों के विभाग मुख्यमंत्री के अधीन हो जाते हैं। अगर मुख्यमंत्री चाहें तो यह विभाग किसी अन्य मंत्री को आवंटित कर सकते हैं। अगर निकट भविष्य में मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा तब तो नये मंत्रियों को यह आवंटित हो जाएगा लेकिन, अगर विस्तार में देरी हुई तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पसंदीदा मंत्रियों को यह विभाग दे सकते हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि बीते कई महीनों से टल रहे योगी मंत्रिमंडल के विस्तार को इस बार अमली जामा पहनाया जाएगा।

केंद्र सरकार में बढ़ेगा कद

उम्मीद से ज्यादा सीटें मिलने से यूपी के सांसदों को इस बार केंद्र सरकार में भी अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। खासतौर पर अमेठी फतह करने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को ईनाम के तौर पर कोई अहम मंत्रालय दिया जा सकता है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर लखनऊ में अपना सिक्का जमाया है जिससे सरकार और पार्टी में उनका कद बढऩा स्वाभाविक है। चर्चा है कि उनको भी कोई अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। इसके अलावा संतोष गंगवार, मेनका गांधी, अनुप्रिया पटेल, वीके सिंह, साध्वी निरंजन ज्योति जैसे तमाम मंत्रियों के कद में भी इजाफा हो सकता है। गाजीपुर से चुनाव हारने वाले केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा को राज्यसभा भेजने की चर्चा भी शुरू हो गयी है। बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने उनको अपने राज्य से राज्यसभा भेजने का प्रस्ताव भी दिया है।