-जनपद पुलिस के पास छह हजार से अधिक अपराधियों का डाटा तैयार

-मतदान में गड़बड़ी फैलाने व संदिग्धों की पुलिस बन रही है कुंडली

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PRAYAGRAJ: लोकसभा चुनाव सकुशल सम्पन्न कराना पुलिस के लिए एक चुनौती है. इसके लिए वह पूरी तरह से एक्शन में है. चुनाव में कोई गड़बड़ी या अपराधियों का हस्तक्षेप को रोकने के लिए पुलिस त्रिनेत्र एप की मदद लेगी. इसकी मदद से पुलिस ने वर्तमान में जेल से जमानत पर बाहर या फिर फरार अपराधियों की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है. जरूरत पड़ने पर किसी संदिग्ध क्रिमिनल की पहचान भी इस एप की मदद से की जा सकेगी.

त्रिनेत्र में छह हजार कैद

-पुलिस के मुताबिक जनपद के छह हजार अपराधियों और उनकी डिटेल और क्रिमिनल डाटा सेव किया गया है.

-जनपद या फिर इसके बाहर कहीं कोई भी अपराधियों का लिंक मिलते ही उनकी कुंडली पुलिस के सामने होगी.

-जेल से बाहर के अपराधियों पर भी नजर रखी जाएगी.

-एप में खास बात यह है कि इसे पुलिस अधिकारियों के अलावा कोई और आपरेट नहीं कर सकता है.

ऐसे होगा डाउनलोड

-गूगल प्ले स्टोर में जाकर डाउनलोड करना होगा.

-फिर ओटीपी आएगा, जिसे वेरीफाई करते ही अधिकारी इस एप को आपरेट कर सकेंगे.

इतनी तरह के अपराधी

इस एप में लूट, डकैत, अपहरण, चोरी, हत्या, धमकी देना, हत्या का प्रयास से जुड़े अपराधियों की सूची है. अपराधी की फोटो के साथ उसका क्रिमिनल इतिहास, वर्तमान में वह जेल या फिर बाहर, जमानतदारों के नाम शामिल है.

सूचना मिलते ही एक्टिव

चुनाव के पहले पुलिस ने अतिसंवेदनशील व संवेदनशील और समान्य निर्वाचन क्षेत्रों में पुलिस ने अपना मुखबिर तंत्र फैला दिया है. अगर किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की अचानक इलाके में चहलकदमी बढ़ती है तो मुखबिर उसके बारे में पुलिस को बताएगा. इसके बाद पुलिस उस व्यक्ति की डिटेल इस एप के जरिए खंगालेगी. अगर उस व्यक्ति की क्रिमिनल डिटेल त्रिनेत्र में सेव डाटा से मैच खाती है तो पुलिस उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज देगी.

पड़ोसी राज्यों से हुआ आदान-प्रदान

गौरतलब है कि हाल ही में एडीजी एसएन साबत ने मध्य प्रदेश के पुलिस अधिकारियों संग बैठक की थी. इस दौरान दोनों राज्यों की पुलिस ने आपस में अपराधियों की डिटेल का अदान-प्रदान किया था. पुलिस अधिकारियों संग हुई बैठक में एडीजी ने छोटे बड़े सभी क्रिमिनल की जानकारी ली और साथ ही उनके वर्तमान स्थिति के बारे में भी पूछा. जिससे चुनाव के दौरान दूसरे राज्य के अपराधी यहां आकर गड़बड़ी फैलाने का प्रयास न कर सकें.